राज्य में नक्सली हिंसा में वृद्धि
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शुक्रवार से शुरू हुए विरोध सप्ताह के दौरान हिंसा में वृद्धि करते हुए नक्सलियों ने एक श्रमिक की हत्या कर दी और राजमार्ग पर शक्तिशाली विस्फोट किया। उन्होंने सलवा जुडूम के सदस्य रहे गांव के सरपंचों की हत्या की धमकी भी दी है।
नक्सली 12 जून तक 'जन पितुरी सप्ताह' मना रहे हैं। वे इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में मारे गए अपने साथियों को याद करते हैं और सामान्यतया हिंसा से दूर रहते हैं। लेकिन इस वर्ष उन्होंने न केवल हिंसक वारदातों को अंजाम दिया बल्कि बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों की उपस्थिति का भी कड़ा विरोध कर रहे हैं।
नक्सलियों ने शुक्रवार को सुकमा जिला मुख्यालय से छह किमी दूर रमारम एवं बोरगुडा गांव को जोड़ने वाले राजमार्ग पर शक्तिशाली विस्फोट किया। पुलिस ने बताया कि यह विस्फोट रमारम गांव में साप्ताहिक बाजार लगने से कुछ ही घंटे पहले हुआ।
एक अन्य घटना में नक्सलियों ने मसूरी गांव के श्रमिक रमेश मरकम की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय रमेश कोंडगांव जिले के गोलाबंद चौकी पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल शिविर की चहारदिवारी ठीक कर रहा था।
सुकमा जिले के कोंटा इलाके में नक्सलियों ने मरईगुडा गांव के सरपंच हप्सा मसा के घर के पास पर्चे चिपकाए हैं जिसमें उन्होंने सलवा जुडूम के पूर्व सदस्य रहे ग्राम प्रतिनिधियों को हत्या की धमकी दी है।
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