24 घंटे बाद बच्चे को छोड़ भागे अपहरणकर्ता

By Edited By: Publish:Tue, 01 Apr 2014 03:14 PM (IST) Updated:Tue, 01 Apr 2014 03:13 PM (IST)
24 घंटे बाद बच्चे को छोड़ भागे अपहरणकर्ता

बिलासपुर। मंगला स्थित 36 मॉल से अपहृत मासूम श्लोक 24 घंटे बाद अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त हो गया। शाम करीब 7 बजे बाइक सवार दो युवक उसे सरकंडा थाने के पास छोड़कर भाग निकले। थाने पहुंचते ही बालक ने अपहरण की कहानी बताई, जिसे सुनकर मौजूद पुलिसकर्मी हैरान रह गए। इसके बाद अचानक पुलिसकर्मियों के चेहरे खिल गए। पुलिस ने तत्काल बालक के मिलने की सूचना आला अधिकारियों को दी। फिर परिजनों को बालक के सुरक्षित मिलने की सूचना दी गई।

मम्मी के बुलाने के बहाने कार से किया अगवा

श्लोक ने बताया कि उसका बड़ा भाई विश्वास ऊपर खेल रहा था। उसी समय वह नीचे आ गया। इस बीच अचानक एक लाइनिंग शर्ट वाले भइया आए और मम्मी के बुलाने के बहाने नीचे ले गया। कार के पास खड़े होकर मैं मम्मी को देखने लगा, लेकिन मम्मी नहीं मिली। उसी समय भइया मुझे जबरदस्ती कार में बैठाकर ले गए। उनके साथ तीन और भइया थे। रात में मुझे सुलाने के पहले खाना भी खिलाए।

परिचित हैं अपहरणकर्ता

पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपी अपहरणकर्ता ने हरि अग्रहरि के मोबाइल पर पहले भी कॉल किया था। एक आरोपी से अग्रहरि की 3 मार्च को मोबाइल से बात हुई थी। इसी तरह हाल ही में 22 मार्च को भी मिस्ड कॉल आया था।

और रो पड़े परिजन

एडीजी ऑफिस का नजारा देखते ही बन रहा था। श्लोक के परिजन उसे बाहों में ले-लेकर उसकी सलामती के लिए पुलिस अफसरों की दुहाई दे रहे थे। वहीं उसके मासूम चेहरे को देखकर खुशियों के आंसू भी छलक रहे थे।

छोड़ गए सवाल

बालक के बताए अनुसार अपहरणकर्ता उसे बाइक से थाने के पास छोड़कर गए, लेकिन बालक के इस तरह की वापसी से कई सवालिया निशान उठने लगे हैं, जिनके जवाब अभी पुलिस के पास भी नहीं हैं। फिरौती के लिए बच्चे को अगवा करना, 24 घंटे तक रखना और अचानक उस पर रहम करना और उसे थाने के बाहर छोड़कर जाने, तगड़ी नाकेबंदी के बाद भी बाइक सवार आरोपियों के द्वारा बच्चे को थाने के पास छोड़कर जाने, फिरौती की रकम मिले बगैर बच्चे की वापसी जैसे कई ऐसे सवाल है, जिनके जवाब नहीं मिल रहे हैं।

गांव में नहलाया और लॉलीपाप भी खिलाया

श्लोक ने बताया कि भैया लोग अपने गांव ले गए थे। नींद खुलने पर मुझे नहलाया और लॉलीपाप भी खिलाया। अपनी मम्मी के पास जाने के लिए बोलेन पर उन्होंने रात में पहुंचाने की बात कही। श्लोक को यह पता नहीं कि उसे किस जगह पर रखा गया था।

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