सॉफ्टबैंक ने किया इनकार, Voda-Idea मर्जर से बनने वाली कंपनी में नहीं करेगा निवेश
सॉफ्टबैंक ग्रुप ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि वह वोडाफोन और आइडिया के विलय से बनने वाली नई कंपनी में निवेश कर सकता है।
नई दिल्ली: वोडाफोन और आइडिया के बीच अपनी भूमिका को लेकर सॉफ्टबैंक ग्रुप ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि वो नई कंपनी में निवेश करना चाहता है। कंपनी की प्रवक्ता ने बताया, “हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि भारत में वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर के विलय में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर हमारी कोई भूमिका नहीं है।”
सॉफ्टबैंक ने कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस बारे में हमने अभी तक किसी भी प्रकार की कोई चर्चा नहीं की है। इस बारे में आईं सभी खबरें आधारहीन और अवांछित हैं। गौरतलब है कि इससे पहले खबर थी कि मासायोशी सन का सॉफ्टबैंक, आइडिया-वोडाफोन के मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी में निवेशक बन सकता है। आपको बता दें कि इससे पहले यह खबर आ रही थी कि बातचीत का कोई नतीजा अभी तक नहीं निकला है, लेकिन संभव है कि नई कंपनी में जापान का सॉफ्टबैंक 15-20 फीसद हिस्सेदारी खरीदे।
वहीं इस बारे में सॉफ्टबैंक, वोडाफोन पीएलसी और आइडिया सेलुलर ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। वोडाफोन की आइडिया सेल्युलर में मर्जर की बातचीत अंतिम दौर में है। इस मर्जर को टेलिकॉम सेक्टर में तमाम टेलिकॉम कंपनियों को जियो से मिलने वाली सीधी टक्कर के लिहाज से बड़ा फैसला माना जा रहा है।