टाटा सन्स के बोर्ड में शामिल हुए राल्फ स्पेथ और एन चंद्रासेकरन

मंगलवार को 148 साल पुराने बिजनेस हाउस टाटा ने दो लोगों को टाटा सन्स के बोर्ड में शामिल कर लिया। जगुआर लैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ और टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) के सीईओ और मैनेजिंग डॉयरेक्टर एन चंद्रासेकरन को टाट सन्स के बोर्ड में जगह दी गई है।

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 25 Oct 2016 10:48 PM (IST) Updated:Tue, 25 Oct 2016 10:51 PM (IST)
टाटा सन्स के बोर्ड में शामिल हुए राल्फ स्पेथ और एन चंद्रासेकरन

नई दिल्ली: टाटा ग्रुप का अगला चेयरमैन कौन होगा इसका फैसला सर्च कमेटी अगले साल फरवरी तक करेगी, लेकिन मंगलवार को 148 साल पुराने बिजनेस हाउस टाटा ने दो लोगों को टाटा सन्स के बोर्ड में शामिल कर लिया। जगुआर लैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ और टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) के सीईओ और मैनेजिंग डॉयरेक्टर एन चंद्रासेकरन को टाट सन्स के बोर्ड में जगह दी गई है। इन दोनों को मिलाकर अब टाटा सन्स के बोर्ड में कुल 11 लोग हो गए हैं।

अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि यह कंपनी में इन लोगों के अनुकरणीय नेतृत्व की पहचान है। टीसीएस के प्रबंध निदेशक और सीईओ एन चंद्रासेकरन ने कहा, “मैं इस सम्मान का आभारी हूं और बोर्ड को आगे ले जाने को तत्पर हूं।” यह टाटा की तरफ से उसके विभिन्न ग्रुप का संचालन कर रहे उन लीडर्स को पुरस्कृत करने का कदम है, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी की तरफ से उच्च स्तर पर की गई यह पहल ऐसे समय में काफी शानदार है जब टाटा के अनेक समूह अपने सबसे चुनौतीपूर्ण समय का सामना कर रहे हैं।

आपको बता दें कि बीते सोमवार को टाटा सन्स बोर्ड के चेयरमैन साइरस मिस्त्री को हटाकर रतन टाटा ने कार्यभार संभाल लिया था। टाटा सन्स नमक से साफ्टवेयर तक बनाने वाले उस ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है जो कि टाटा ट्रस्ट में दो तिहाई से ज्यादा हिस्से का स्वामित्व रखती है।

जेएलआर और टीसीएस दोनों की ग्रुप की दुधारू गाय हैं, यानी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इकाइयां हैं। एन चंद्रशेखरन टीसीएस के माहौल में ही पले बढ़े हैं, जबकि स्पेथ को फरवरी 2010 में समूह के बाहर से लाकर सीईओ नियुक्त किया गया था। आपको बता दें कि टाटा मोटर्स ने साल 2008 में जेएलआर का अधिग्रहण किया।

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