अपने खराब प्रदर्शन को छिपाने के लिए मूर्ति की आलोचना करने पर पई ने सिक्का को सुनाई खरी-खोटी

अपने इस्तीफे के लिए मूर्ति को जिम्मेदार ठहराने वाले सिक्का को पई ने खूब खरी खोटी सुनाई है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Mon, 21 Aug 2017 07:04 PM (IST) Updated:Mon, 21 Aug 2017 07:05 PM (IST)
अपने खराब प्रदर्शन को छिपाने के लिए मूर्ति की आलोचना करने पर पई ने सिक्का को सुनाई खरी-खोटी
अपने खराब प्रदर्शन को छिपाने के लिए मूर्ति की आलोचना करने पर पई ने सिक्का को सुनाई खरी-खोटी

नई दिल्ली (पीटीआई)। इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई ने आज "खराब प्रदर्शन" को कवर करने को कंपनी में संकट के लिए सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ती को जिम्मेदार ठहराने वाले कार्यकारी उपाध्यक्ष विशाल सिक्का को जमकर खरी-खोटी सुनाई है।

उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, “हां यह सच है। वो (सिक्का) खुद की मर्जी से ही फरवरी में कंपनी छोड़ना चाहते थे। वह नारायण मूर्ति को दोष देकर अपनी नाकामयाबियों पर पर्दा डालना चाहते थे।” क्या सिक्का ने अपने "खराब प्रदर्शन" को कवर करने के लिए मूर्ति पर पूरा दोष मढ़ा है का जवाब देते हुए उन्होंने यह बात कही है।

सिक्का के इस्तीफे ने कई मुद्दों पर इंफोसिस को संकट में डाल दिया है, जिसमें सीईओ का उपयुक्त विकल्प तलाशना प्रमुख है। आपको बता दे कि सिक्का ने बीते कुछ महीनों के दौरान मूर्ति की ओर से हो रही आलोचनाओं से आजिज आकर कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने अपने इस इस्तीफे पर "दुर्भावनापूर्ण" और "व्यक्तिगत हमलों" का हवाला दिया, हालांकि उन्होंने अपनी निकासी के लिए मूर्ति का नाम नहीं लिया।

10 बिलियन डॉलर के इंफोसिस के बोर्ड ने मूर्ति पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने सिक्का को इस्तीफे के लिए प्रभावित किया और यह बात पूरी तरह से गलत है कि सिक्का को बोर्ड का समर्थन प्राप्त था। एक सवाल का जवाब देते हुए पई ने कहा, “हां कंपनी में एक चेयरमैन है, एक को-चेयरमैन है, एक एग्जीक्यूटिव को चेयरमैन है और एक सीईओ है। एक एक बहुत ही कन्फ्यूजिंग लाइनअप है।”

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