Indian Economy: अगले दशक में 10 फीसदी की वृद्धि दर हासिल कर सकता है भारत

Indian Economy अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) को उम्मीद है कि भारत वैश्विक वृद्धि में 16 प्रतिशत का योगदान देगा जो बाजार विनिमय दरों के मामले में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा है। इस मापन के अनुसार भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और आगामी दशक के भीतर जर्मनी और जापान से आगे निकलने की स्थिति में भी है।

By AgencyEdited By: Praveen Prasad Singh Publish:Thu, 28 Mar 2024 11:51 PM (IST) Updated:Thu, 28 Mar 2024 11:51 PM (IST)
Indian Economy: अगले दशक में 10 फीसदी की वृद्धि दर हासिल कर सकता है भारत
क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से ही दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा ने कहा है कि भारत अगले दशक में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा और बदलावों के जरिये चुनौतियों से उबर रहा है। ऐसे में 2032 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2050 तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। वह जापान के क्योटो में नोमुरा के 40वें 'सेंट्रल बैंकर्स सेमिनार' में 'भारतीय अर्थव्यवस्था: अवसर और चुनौतियां' विषय पर अपनी बात रख रहे थे।

उन्होंने कहा, ''भारत के हालिया वृद्धि प्रदर्शन ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उदाहरण के लिए, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने अप्रैल, 2023 और जनवरी, 2024 के बीच संचयी रूप से 2023 के लिए अपने पूर्वानुमान को 0.8 प्रतिशत बढ़ाया है।''

आइएमएफ को उम्मीद है कि भारत वैश्विक वृद्धि में 16 प्रतिशत का योगदान देगा, जो बाजार विनिमय दरों के मामले में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा है। इस मापन के अनुसार, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और आगामी दशक के भीतर जर्मनी और जापान से आगे निकलने की स्थिति में है। क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से ही दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

 

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