साइबर फ्रॉड के मामलों में 25 फीसद की बढ़ोतरी, 2015-16 में 16,468 मामले हुए दर्ज

देश में वित्तीय लेनदेन से जुड़े साइबर फ्रॉड के मामलों में 25 फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिली

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Thu, 30 Mar 2017 04:35 PM (IST) Updated:Thu, 30 Mar 2017 05:15 PM (IST)
साइबर फ्रॉड के मामलों में 25 फीसद की बढ़ोतरी, 2015-16 में 16,468 मामले हुए दर्ज
साइबर फ्रॉड के मामलों में 25 फीसद की बढ़ोतरी, 2015-16 में 16,468 मामले हुए दर्ज

नई दिल्ली: भारत में वित्तीय लेनदेन से जुड़े साइबर धोखाधड़ी के मामलों में 25 फीसद का इजाफा देखने को मिला है। इस इजाफे के साथ वित्त वर्ष 2015-16 में इस तरह के करीब 16,468 मामले दर्ज किए गए। यह जानकारी संसद में दी गई।

कानून और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, “भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, साइबर धोखाधड़ी (एटीएम/डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग धोखाधड़ी) से संबंधित 9,500, 13,083 और 16,468 मामले क्रमश: वित्त वर्ष 2013-14, 2014-15 और 2015-16 के दौरान देखने को मिले हैं।”

उन्होंने कहा कि रिज़र्व बैंक ने 2 जून, 2016 को 'बैंकों में साइबर सुरक्षा फ्रेमवर्क' पर एक व्यापक परिपत्र जारी किया था जिसमें साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से संबंधित सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल किया गया था।

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आरबीआई ने सभी अधिकृत संस्थाओं और देश में प्रीपेड भुगतान इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) जारी करने वाली संस्थाओं एवं बैंक के लिए 9 दिसंबर 2016 को सुरक्षा और जोखिम शमन उपाय पर एक परिपत्र जारी किया था।

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