COVID-19: नए तौर-तरीकों से प्रोडक्शन शुरू करने की तैयारी में कंपनियां, App से स्टाफ की सेहत की निगरानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के आठ लाख कर्मचारी इन दिनों कंपनी की तरफ से विकसित एप के जरिये अपनी सेहत की जानकारी अपने एचआर से साझा कर रहे हैं।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Tue, 28 Apr 2020 08:45 PM (IST) Updated:Wed, 29 Apr 2020 01:28 PM (IST)
COVID-19: नए तौर-तरीकों से प्रोडक्शन शुरू करने की तैयारी में कंपनियां, App से स्टाफ की सेहत की निगरानी
COVID-19: नए तौर-तरीकों से प्रोडक्शन शुरू करने की तैयारी में कंपनियां, App से स्टाफ की सेहत की निगरानी

नई दिल्ली, राजीव कुमार। कोरोना काल में कंपनियां नए तौर-तरीकों के साथ उत्पादन करने की तैयारी में जुट गई हैं। इन तैयारियों में अपने स्टाफ को कोरोना वायरस से बचाकर रखना उनकी प्राथमिकता में है। यही वजह है कि बड़ी कंपनियां अपने सभी स्टाफ की सेहत पर अभी से पूरी नजर रख रही हैं। इस काम के लिए वे आंतरिक रूप से विकसित एप का सहारा ले रही हैं। कंपनियां स्टाफ के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की भी पूरी जानकारी ले रही हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, लॉकडाउन खुलने के बाद सरकार की तरफ से अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी रखने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं। 

रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के आठ लाख कर्मचारी इन दिनों कंपनी की तरफ से विकसित एप के जरिये अपनी सेहत की जानकारी अपने एचआर से साझा कर रहे हैं। इस एप का नाम कोविड-19 सिंपटम चेकर है। इस एप पर स्टाफ अपनी पूरी जानकारी भरते हैं। सुबह नौ से 11 बजे के बीच उन्हें यह जानकारी देनी होती है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के स्टाफ भी सुबह शाम कंपनी द्वारा तैयार एप पर सुबह सात से नौ बजे के बीच सेहत की जानकारी देते हैं। इन कंपनियों के स्टाफ अभी घर से काम कर रहे हैं।

एप पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी नहीं देने पर उन्हें अपने प्रबंधकों के कॉल आ जाते हैं। रिलायंस और मारुति की तरह कई बड़ी कॉरपोरेट कंपनियां इस तरह का कदम उठा रही हैं। इन कंपनियों के स्टाफ के मुताबिक इस प्रकार की जानकारी साझा करने से प्रबंधकों को पता होता है कि किस स्टाफ को बुलाया जाना चाहिए और किसे छुट्टी पर भेजा जाना चाहिए। स्टाफ की तरफ से झूठी जानकारी दिए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। 

विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में अपने सभी स्टाफ की सेहत पर नजर रखना अनिवार्य हो जाएगा, अन्यथा कंपनियां कई तरह की दिक्कत में आ सकती हैं। एक बीमार कर्मचारी के आने से कई कर्मचारी बीमार हो जाएंगे और उत्पादन प्रभावित हो जाएगा।

इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि किसी कर्मचारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर पूरी कंपनी को नहीं सिर्फ संदिग्ध स्थानों को 48 घंटे तक सैनिटाइज कर फिर से खोल दिया जाएगा।

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