भारत में दो अरब डॉलर निवेश करेगी अमेजन

ई-कॉमर्स यानी इंटरनेट के जरिये सामान खरीदने का मंच, आज की तारीख में देश का सबसे उभरता हुआ उद्योग बन गया है। देसी और विदेशी कंपनियों के बीच भारत के ई-कॉमर्स काराबोर में वर्चस्व की जबरदस्त लड़ाई छिड़ गई है। देसी कंपनी फ्लिपकार्ट की ओर से एक अरब डॉलर का निवेश जुटाने की घोषणा के अगले ही दिन अमेरिका की अमेजन ने भारत में दो अरब डॉलर [लगभग 12,000 करोड़ रुपये] के निवेश का एलान किया है। इन दोनों के निवेश से ई-कॉमर्स कारोबार में हजारों नए रोजगार के मौके भी

By Edited By: Publish:Thu, 31 Jul 2014 09:48 AM (IST) Updated:Thu, 31 Jul 2014 10:42 AM (IST)
भारत में दो अरब डॉलर निवेश करेगी अमेजन

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। ई-कॉमर्स यानी इंटरनेट के जरिये सामान खरीदने का मंच, आज की तारीख में देश का सबसे उभरता हुआ उद्योग बन गया है। देसी और विदेशी कंपनियों के बीच भारत के ई-कॉमर्स कारोबार में वर्चस्व की जबरदस्त लड़ाई छिड़ गई है। देसी कंपनी फ्लिपकार्ट की ओर से एक अरब डॉलर का निवेश जुटाने की घोषणा के अगले ही दिन अमेरिका की अमेजन ने भारत में दो अरब डॉलर [लगभग 12,000 करोड़ रुपये] के निवेश का एलान किया है। इन दोनों के निवेश से ई-कॉमर्स कारोबार में हजारों नए रोजगार के मौके भी पैदा होने के आसार हैं।

भारत में महज एक वर्ष पहले कारोबार शुरू करने वाली कंपनी अमेजन ने साफ कर दिया है कि वह यहां लंबी अवधि की प्लानिंग के साथ आई हुई है। वैसे भारतीय ई-कामर्स बाजार पर अभी फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, मिंट्रा जैसी घरेलू कंपनियों का वर्चस्व है, लेकिन अमेजन की रणनीति भी काफी आक्रामक है। अमेजन के संस्थापक व सीईओ जेफ बेजोस ने बयान जारी कर कहा है कि पिछले एक वर्ष में भारतीय ग्राहकों व यहां के छोटे व मझोले उद्यमियों ने हमारी उम्मीदों से ज्यादा जोरदार तरीके से स्वागत किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ ही यहां पर ई-कॉमर्स कारोबार के बेहतर भविष्य का अनुमान है। ऐसे में यहां अमेजन का कारोबार बहुत जल्द एक अरब डॉलर को पार कर जाएगा। बेजोस के शब्दों में, 'हम भारत के ग्राहकों को धन्यवाद कहना चाहते हैं। यहां के जैसा अनुभव और कहीं नहीं हुआ।'

दो अरब डॉलर के नए निवेश के जरिये कंपनी ने भारत में अपनी पैठ बढ़ाने और दूरदराज तक अपनी सेवा पहुंचाने की बात कही है। यह निवेश कितने वर्षो में किया जाएगा इस बारे में साफ तौर पर नहीं कहा गया है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि भारत की क्षमता को देखते हुए दो अरब डॉलर का निवेश कोई बहुत बड़ा नहीं है। कंपनी आने वाले दिनों में निवेश के स्तर को और बढ़ा सकती है। नए निवेश का इस्तेमाल कंपनी नए वेयरहाउस खोलने, भारतीय ग्राहकों के लिए नए उत्पाद लांच करने, नेटवर्क का विस्तार करने, आइटी ढांचे को बेहतर बनाने में करेगी। कंपनी अपनी वेबसाइट के जरिये लगभग 17 लाख उत्पाद बेचती है। इसमें तमाम तरह के घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, जूते, आभूषण वगैरह शामिल हैं। एक दिन पहले ही फ्लिपकार्ट ने अपने निवेशकों से एक अरब डॉलर की राशि जुटाई है। कंपनी ने इसका इस्तेमाल संचालन को बेहतर बनाने में करने का एलान किया है।

क्यों ई-कॉमर्स का पसंसीदा ठिकाना

1. जनसंख्या में युवाओं की तादाद

2. इंटरनेट का तेजी से बढ़ता प्रसार

3. युवाओं की आमदनी में हो रहा इजाफा

4. डिस्काउंट और बाजार से सस्ते उत्पाद

5. 20,000 करोड़ का भारतीय ई-कॉमर्स बाजार

टैक्स प्रक्रिया में व्यापक बदलाव कर रही मोदी सरकार

अब सस्ते कर्ज की संभावनाएं तलाशने पर जोर

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