Air India पर दिखने लगा टाटा ग्रुप के अधिग्रहण का असर, निजीकरण के कुछ महीनों बाद ही किया करोड़ों का रिफंड
Air India टाटा ग्रुप की ओर से एयर इंडिया के अधिग्रहण की प्रक्रिया 27 जनवरी 2022 को पूरी कर ली गयी थी। इसके बाद से ही टाटा ग्रुप एयरलाइन के कायाकल्प में लगा हुआ है। ग्रुप ने हाल ही में इसके लिए एक योजना को भी पेश किया था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एयर इंडिया के टाटा ग्रुप में जाने के बाद से एयरलाइन में काफी बदलाव देखे जा रहे हैं। सोमवार को एयर इंडिया ने बताया कि निजीकरण के कुछ महीने के अंदर ही कंपनी ने 150 करोड़ रुपये का रिफंड जारी कर दिया है।
टाटा ग्रुप ने पिछले साल 8 अक्टूबर को एयर इंडिया की बोली जीती थी। टाटा ग्रुप की ओर से 27 जनवरी 2022 तक एयरलाइन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा कर लिया था। इसके बाद से टाटा ग्रुप एयरलाइन को सुधारने के लिए कदम उठा रहा रहा है।
एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया की ओर से कहा गया है कि कंपनी ने पिछले पुराने रुके हुए रिफंड को तेजी से क्लियर करने करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। अभी तक 2,50,000 से ज्यादा मामलों में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा लोगों को रिफंड किए जा चुके हैं। कंपनी ने आगे बताया कि निजीकरण के बाद प्रक्रिया में बदलाव किया गया है, जिससे रिफंड प्रक्रिया पहले के मुकाबले तेज हो गई है।
दो से तीन दिन में मिलेगा रिफंड
एयर इंडिया के मुताबिक अब एयरलाइन की वेबसाइट पर रिफंड के लिए आवेदन करने पर दो से तीन दिनों में पैसा वापस दे दिया जाता है। हालांकि बैंकिंग सिस्टम और क्रेडिट कार्ड में रिफंड प्रोसेस होकर ग्राहक के खाते में आने में कुछ समय लगा सकता है।
एयर इंडिया को चमकाने में लगा टाटा ग्रुप
टाटा ग्रुप एयर इंडिया का कायाकल्प करने में लगा हुआ है। कैंपबेल विल्सन को एयर इंडिया का सीईओ और एमडी बनाया गया है। कुछ समय पहले टाटा ग्रुप का एयर इंडिया के कायाकल्प को लेकर एक प्लान 'विहान.एआई' सामने आया था, जिसमें एयर इंडिया की भविष्य की योजनाओं का जिक्र किया गया था। कंपनी की योजना 2025 तक घरेलू विमान उद्योग में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त करना है और कई नई उड़ानों को शुरू करना है।
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