पैसों की है इमरजेंसी और जेब भी है खाली तो आजमाएं ये उपाय, आसानी से हो जाएंगे काम

आर्थिक संकट की स्थिति में आपके पास जो सबसे पहला और आसान विकल्प होता है वह है अपने निवेश से पैसा निकालना। कुछ कंपनियां नियोक्ता लोन पर पर्सनल लोन से भी कम ब्याज दर रखती हैं।

By Sajan ChauhanEdited By: Publish:Fri, 24 May 2019 04:54 PM (IST) Updated:Mon, 27 May 2019 10:29 AM (IST)
पैसों की है इमरजेंसी और जेब भी है खाली तो आजमाएं ये उपाय, आसानी से हो जाएंगे काम
पैसों की है इमरजेंसी और जेब भी है खाली तो आजमाएं ये उपाय, आसानी से हो जाएंगे काम

नई दिल्‍ली (बिजनेस डेस्‍क)। जीवन में कई बार ऐसा होता है जब हम वित्तीय संकट से जूझ रहे होते हैं। किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी इमरजेंसी आ सकती है। ऐसा अक्सर जब होता है तब व्यक्ति की नौकरी चली जाए, कोई दुर्घटना हो जाए, घर की मरम्मत करवानी पड़े या फिर उसे कोई गंभीर बीमारी अपनी चपेट में ले ले। ऐसी स्थिति में अगर व्यक्ति की पूरी जमापूंजी खर्च हो जाए और आर्थिक संकट आन पड़े तो कुछ ऐसे तरीके भी हैं जिनसे इस संकट से उबरा जा सकता है।

1. आर्थिक संकट की स्थिति में आपके पास जो सबसे पहला और आसान विकल्प होता है वह है अपने निवेश से पैसा निकालना। यदि आपने एफडी, म्यूच्युअल फंड या ईटीएफ आदि में पैसा निवेश किया हुआ है तो आर्थिक संकट के समय आप इनमें से अपने निवेश का पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, आप ऐसा तब ही करें जब आपके पास पैसों की तंगी से निपटने का और कोई सरल रास्ता नहीं हो। क्योंकि, समय से पहले निवेश से पैसा निकालने से आप अच्छे रिटर्न से चूक जाएंगे।

2. अप्रत्याशित नकदी की आवश्यकता से निपटने में पेड लोन (किसी व्‍यक्ति से कम समय के लिए छोटी राशि ब्‍याज पर उधार लेना) या नियोक्ता से लोन लेना भी काफी मददगार होता है। पेड लोन की सबसे बढ़िया बात यह है कि, यह तत्काल ही मिल जाता है इसमें आप 5000 रुपये जितनी कम की राशि भी उधार ले सकते हैं। वहीं कंपनियां अपने कर्मचारियों को नियोक्ता से लोन लेने की सुविधा देती है। इस प्रकार के लोन की पुनर्भुगतान राशि कर्मचारी के वेतन से हर महीने समायोजित होती रहती हैं। खास बात यह है कि, कुछ कंपनियां नियोक्ता लोन पर पर्सनल लोन से भी कम ब्याज दर रखती हैं।

3. हो सकता है कि यह तीसरा उपाय अपनाने में बहुत से लोगों को संकोच हो लेकिन यह पैसों की तंगी से बचने का काफी सुविधाजनक तरीका है। आप वित्तीय इमरजेंसी की स्थिति में अपने परिजनों, दोस्तों और रिश्तेदारों से छोटे ऋण मांग सकते हैं। जब आपके पास पैसा हो, तब आप उन्हें हमेशा ब्याज के साथ यह ऋण चुका दें। स्थिति हाथ से निकलने से पहले ही ये छोटे ऋण ले लेने चाहिए।

4. वित्तीय इमरजेंसी से निपटने का एक तरीका यह भी है कि, आप कम ब्याज दर वाले ऋण ले सकते हैं। मार्किट में ऐसे कई ऋणदाता हैं जो कम ब्याज वाले पर्सनल लोन देते हैं। आप इस तरह के अल्पकालिक लोन ले सकते हैं। साथ ही आपके पास ऐसे लोन को जल्द से जल्द चुकाने की योजना भी होनी चाहिए।

5. आपके पास परिसंपत्तियां हों और आप कर्ज के बोझ और वित्तीय संकट से जूझ रहे हों तो ऐसी परिसंपत्तियों का कोई फायदा नहीं है। ऐसे में आप अपनी उन परिसंपत्तियों को बेंच दें जो आपको इस संकट से तुरंत छुटकारा दिला सके। जिन परिसंपत्तियों का आप उपयोग नहीं करते या वे अतिरिक्त हैं तो आप उन्हें बेच सकते हैं।

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