बारिश से बढ़ सकती है नदियों के तटवर्ती गांवों के लोगों की परेशानी

बगहा । उत्तर बिहार में अभी बरसात से निजात नहीं मिलने की संभावना नहीं दिख रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 11:34 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 11:34 PM (IST)
बारिश से बढ़ सकती है नदियों के तटवर्ती गांवों के लोगों की परेशानी
बारिश से बढ़ सकती है नदियों के तटवर्ती गांवों के लोगों की परेशानी

बगहा । उत्तर बिहार में अभी बरसात से निजात नहीं मिलने की संभावना नहीं दिख रही। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा व भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। जबकि 19 सितंबर तक कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का भी अनुमान है। डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बिहार के लगभग सभी जिलों में बारिश की संभावना है। जारी किए पूर्वानुमान के अनुसार क्षेत्र में मौसम ऐसा ही रहेगा। इस अवधि में पुरवा हवा चलने की आशंका व्यक्त किया गया है। बगहा दो क्षेत्र के आसपास कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी होने से तापमान गिरेगा। फिर बाढ़ की आशंका से सहमे लोग :-

मौसम विभाग द्वारा जारी किए बारिश की संभावना से नदी के तटिय क्षेत्रों में रहने वालों की बेचैनी बढ़ गई है। इस वर्ष अत्यधिक वर्षापात होने से कहीं कहीं तीन बार बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ी है। हालांकि, अभी इतनी बारिश नहीं हुई है कि नदियों के जलस्तर में उफान हो, लेकिन बारिश की रफ्तार बढ़ती है तो बाढ़ की आशंका प्रबल हो सकती है। पुन: लोगों को बेघर होने के साथ भीषण जल प्रलय का सामना करने की स्थिति बन सकती है। मौसम के जानकारों का मानना है कि सितंबर का आधा माह बीत चूका है। प्राकृतिक आपदा को छोड़ दिया जाय तो अब वैसी बरसात की संभावना नहीं है। नदियों का जलस्तर भी काफी कम होने लगा है। ऐसे में लोग राहत की सांस लेने लगे हैं। मौसम में बादल उमड़ने और घटाओं की बेरूखी देखकर सबसे अधिक चकदहवा, झंडुआटोला, बीनटोला, कांहीटोला, श्रीपतनगर, कांटीटोला, भैंसहिया आदि गंडक नदी के तटवर्ती गांवों के लोग भयभीत होने लगते हैं। ग्रामीण गुलाब अंसारी, राजू राम, आशा देवी, संगीता देवी, कुंती देवी, सुनरपति देवी, रंभा आदि ने कहा कि अब तक तीन बार बाढ़ की त्रासदी झेल चूके हैं। पानी बढ़ने पर परिवार के साथ माल मवेशियों को लेकर घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की नौबत अब नहीं आनी चाहिए।

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