बारिश से सब्जियों के भाव परवान चढ़े, प्याज 50 के पार

इस सप्ताह के आरंभ से लगातार हो रही बारिश के कारण सब्जियों के भाव परवान चढ़ गए हैं। देवराज के जोगिया बाजार व चौक-चौराहों के बाजारों में हरी सब्जियां इतनी महंगी हो गई हैं कि रसोईघर तक नहीं पहुंच रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 12:02 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 12:02 AM (IST)
बारिश से सब्जियों के भाव परवान चढ़े, प्याज 50 के पार
बारिश से सब्जियों के भाव परवान चढ़े, प्याज 50 के पार

बगहा । इस सप्ताह के आरंभ से लगातार हो रही बारिश के कारण सब्जियों के भाव परवान चढ़ गए हैं। देवराज के जोगिया बाजार व चौक-चौराहों के बाजारों में हरी सब्जियां इतनी महंगी हो गई हैं कि रसोईघर तक नहीं पहुंच रही हैं। आलू-प्याज सहित हरी सब्जियां भी आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं। सब्जियों के भाव इस प्रकार महंगे हुए हैं कि साधारण परिवारों में दाल-चावल पर सब्जी की जगह विकल्प के रूप में अंचार या चटनी का उपयोग होने लगा है। बाजार में आलू पैंतीस से चालीस रुपये ,प्याज पैंतालीस से पचपन रुपये ,सस्ती हरी सब्जियों में भिडी,बैंगन आदि तीस से चालीस रुपये ,परवल ,करेला ,गोभी आदि सत्तर से अस्सी रुपये किलो बिक रहे हैं। सब्जी की इस महंगाई की मार से ग्राहक परेशान हैं। इनकी महंगाई के कारण सूखी सब्जियां भी काफी महंगी हो गई हैं। सोयाबीन नब्बे रुपये ,मसूरी दाल अठहत्तर रुपये , चना सत्तर रुपये किलो बिक रहा है। आलू-प्याज आम रसोई का सहारा होता है, पर इनकी महंगाई ने ग्राहकों के कमर तोड़ने के साथ ही भोजन का जायका भी कमजोर कर दिया है। सूखी व हरी सब्जियों की बढ़ती महंगाई से आम नागरिक काफी परेशान हैं। आलू-प्याज के दामों को नियंत्रित करने के साथ ही हरी सब्जियों की अधिक उपलब्धता की मांग लोग कर रहे हैं। चुनाव का समय और प्याज 50 रुपये के पार होने से इस चुनावी दौर में सतारूढ़ दलों के प्रशंसक व विरोधी दलों के समर्थक चाय की दुकानों व नुक्कड़ों पर आपस में उलझ भी रहे हैं ।

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