छठ पर्व में इस बार राह नहीं होगी आसान, व्रतियों को रास्ते के कंकड़ करेंगे परेशान

वैशाली। लोकआस्था के महापर्व छठ को एक महीने से भी कम समय शेष रह गए हैं। घाटों तक नंगे पांव छठव्रती एवं श्रद्धालु जाते हैं। ऐसे में इस बार राह आसान नहीं होगी। लोगों को बारिश में टूट चुकी सड़कों पर चलना होगा। मुख्य शहर की एक-दो सड़क को छोड़ दें तो अधिकतर सड़कों पर चलना मुश्किल है। रिक्शा-ई-रिक्शा बाइक एवं साइकिल सवार अक्सर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। कई सड़कें तो अभी हाल के माह में बनी थी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:24 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:24 PM (IST)
छठ पर्व में इस बार राह नहीं होगी आसान, व्रतियों को रास्ते के कंकड़ करेंगे परेशान
छठ पर्व में इस बार राह नहीं होगी आसान, व्रतियों को रास्ते के कंकड़ करेंगे परेशान

वैशाली। लोकआस्था के महापर्व छठ को एक महीने से भी कम समय शेष रह गए हैं। घाटों तक नंगे पांव छठव्रती एवं श्रद्धालु जाते हैं। ऐसे में इस बार राह आसान नहीं होगी। लोगों को बारिश में टूट चुकी सड़कों पर चलना होगा। मुख्य शहर की एक-दो सड़क को छोड़ दें तो अधिकतर सड़कों पर चलना मुश्किल है। रिक्शा-ई-रिक्शा, बाइक एवं साइकिल सवार अक्सर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। कई सड़कें तो अभी हाल के माह में बनी थी। एक बारिश भी नहीं झेल सकी और उखड़ने लगी है। वहीं, हाजीपुर सदर अस्पताल की सड़क का तो हाल और भी बुरा है। प्रवेश के साथ ही सड़क का अस्तित्व पूरी तरह से मिट चुका है। मरीज व उनके स्वजनों को भारी परेशानी। रिक्शा एवं ई-रिक्शा वाले अगर अस्पताल के मेन गेट पर संभलकर नहीं गए तो हादसा तय है। अक्सर आने-जाने वाले तो जान गए हैं पर नए रिक्शा एवं ई-रिक्शा वाले यहां आकर पलट जाते हैं और मरीज के साथ खुद भी मरीज बन जाते हैं।

करीब दो दशक पहले बनी थी सड़क

पहले से जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो चुकी अस्पताल मार्ग की स्थिति बारिश के बाद और भी खराब हो चुकी है। करीब 18 वर्ष पहले राजद के शासनकाल में इस सड़क का निर्माण तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रमई राम ने कराया था। तब से आज तक इस सड़क की मरम्मत भी नहीं कराई गई। एएनएम स्कूल के समीप सड़क पर पुलिया के रास्ते ड्रेनेज की व्यवस्था की गई थी। सड़क बनाते वक्त ही टूट चुकी पुलिया को आज तक नहीं बनाया गया। अब यहां सड़क जानलेवा हो चुकी है। अक्सर बाइक, रिक्शा एवं ई-रिक्सा वाले यहां पलटकर हादसे के शिकार हो रहे हैं। वहीं कई जगहों पर सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। अस्पताल के मेन गेट पर हाल काफी खराब

मेन गेट से हाजीपुर सदर अस्पताल में प्रवेश करते ही जानलेवा सड़क लोगों का स्वागत करती है। गेट के अंदर सड़क पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। पहले से ही ऊंची मेन रोड से अस्पताल की सड़क और नीची हो गई है। इसका खमियाजा अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों एवं उनके स्वजनों को भुगतना पड़ रहा है। गेट पर अस्पताल में प्रवेश के साथ ही अक्सर साइकिल, बाइक, रिक्शा एवं ई-रिक्शा पलट जा रहे हैं। चोटिल होकर मरीज के ही स्वजनों को भी इलाज कराने की नौबत आ जा रही है। अंदर भी सड़क कई जगह टूट चुकी हैं। हल्की बारिश में जलजमाव के बीच लोगों को और भी परेशानी होती है। हालांकि, गेट पर प्रवेश के साथ ही ईंट की सोलिग करा दी गई है, पर खतरा कम नहीं हुआ है।

chat bot
आपका साथी