बिहार: पीट-पीटकर हत्या के विरोध में गांव में लगा दी आग, 15 घर राख
अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या के कारण जनाक्रोश उमड़ पड़ा। मृतक के समर्थकों ने आरोपितों के गांव पर हमला कर आग लगा दी। पूरी घटना जानिए इस खबर में।
वैशाली [जेएनएन]। बिहार में हत्या के प्रतिकार में यह अपने ढ़ंग की नई घटना है। वैशाली जिले के पातेपुर में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या के विरोध में रविवार को भीड़ ने आरोपितों के गांव मेंं आग लगा दी। घटना में 15 घर जल गए। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
मालूम हो कि बीते शुक्रवार की शाम पातेपुर थाने राघोपुर नरसंडा गांव के मूर्तजापुर डुमरी गांव के बधार में बच्चों के बीच हुए विवाद में दो पक्षों में भीषण हिंसक झड़प हुई थी। इसमें मूर्तजापुर डुमरी निवासी नागेंद्र पासवान को लाठी-डंडे और रॉड से पीट-पीटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था। इलाज के लिए ले जाने के दौरान शुक्रवार की रात उसकी मौत हो गई थी।
घटना के विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने महुआ-ताजपुर रोड को मालपुर के शिवना चौक को जाम कर दिया था। इस मामले मृतक के पुत्र सुदील पासवान के बयान पर पड़ोस के आसमा गांव के चंद्रदीप सहनी, बिहारी सहनी समेत 16 लोगों को नामजद किया गया था।
इसके बाद रविवार की सुबह मृतक के पक्ष के लोगों ने आरोपितों के गांव को घेर लिया। उन्होंने गांव में आरोपितों के घरों में आग लगा दी। घटना में बिहारी सहनी, भोला सहनी, बालेश्वर सहनी, शिवचंद्र सहनी, अरुण सहनी, रंजीत सहनी, रामबालक सहनी, विमल सहनी, जगलाल सहनी सहित अन्य कई लोगों के घर जल गए।
मालूम हो कि बीते शुक्रवार की शाम पातेपुर थाने राघोपुर नरसंडा गांव के मूर्तजापुर डुमरी गांव के बधार में बच्चों के बीच हुए विवाद में दो पक्षों में भीषण हिंसक झड़प हुई थी। इसमें मूर्तजापुर डुमरी निवासी नागेंद्र पासवान को लाठी-डंडे और रॉड से पीट-पीटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था। इलाज के लिए ले जाने के दौरान शुक्रवार की रात उसकी मौत हो गई थी।
घटना के विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने महुआ-ताजपुर रोड को मालपुर के शिवना चौक को जाम कर दिया था। इस मामले मृतक के पुत्र सुदील पासवान के बयान पर पड़ोस के आसमा गांव के चंद्रदीप सहनी, बिहारी सहनी समेत 16 लोगों को नामजद किया गया था।
इसके बाद रविवार की सुबह मृतक के पक्ष के लोगों ने आरोपितों के गांव को घेर लिया। उन्होंने गांव में आरोपितों के घरों में आग लगा दी। घटना में बिहारी सहनी, भोला सहनी, बालेश्वर सहनी, शिवचंद्र सहनी, अरुण सहनी, रंजीत सहनी, रामबालक सहनी, विमल सहनी, जगलाल सहनी सहित अन्य कई लोगों के घर जल गए।