आदेश का अनुपालन नहीं करने वाले दुकानों की हुई वीडियोग्राफी
सुपौल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए 01 से 16 अगस्त 2020 तक लागू लॉकडाउन क
सुपौल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए 01 से 16 अगस्त 2020 तक लागू लॉकडाउन के दौरान बाजार और दुकान खोलने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी सुपौल द्वारा समयबद्ध व शर्तो के साथ दुकान खोलने के आदेश दिए जाने के बाद सोमवार को लॉकडाउन की परिधि से अलग रखे गए दुकानों के साथ-साथ शेष अन्य सभी दुकान भी खुली देखी गई। लागू लॉकडाउन के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सुपौल द्वारा दिए गए आदेश के मुताबिक किराना दुकान, दूध पार्लर, सब्जी, फल की दुकानें प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से संध्या 06 बजे तक खुली रहेगी। शेष अन्य सभी दुकानें सप्ताह में केवल 3 दिन सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को पूर्वाह्न 10 बजे से संध्या 06 बजे तक खुली रहेगी। अनुमंडल पदाधिकारी के आदेशानुसार मंगलवार को लॉकडाउन की परिधि से अलग रखे गए दुकानों के अलावे शेष अन्य दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं थी। आदेश के अनुपालन के मद्देनजर मंगलवार को बाजार में प्रशासन और पुलिस विभाग की गश्ती और चहलकदमी दिखी। लॉकडाउन की परिधि से अलग रखे गए दुकानों के अलावे जिन दुकानों को मंगलवार को खोलने की अनुमति नहीं थी वैसे दुकान खुले पाए जाने या फिर आधा शटर उठा कर कारोबार कर रहे व्यवसायियों की दुकानों की प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई गई और उनके प्रतिष्ठान और फर्म का नाम, पता लिखकर उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के संकेत दिए गए। आदेश की अवहेलना कर रहे लगभग दो दर्जन से अधिक दुकानदारों के नाम तथा उनके फर्म का पता प्रशासन द्वारा लिख कर ले जाया गया। बाजार में प्रशासन की गश्ती और चहलकदमी से जिन दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकान व दुकान के आधे शटर खोले थे उन्होंने शटर गिरा लेने में ही अपनी-अपनी भलाई समझी। जिले में संक्रमण का आंकड़ा एक हजार पार कर चुका है और संक्रमण से अब तक जिले में दो मौत भी हो चुकी है। नित्य दिन संक्रमण का मामला बढ़ता ही चला जा रहा है। ऐसे में लोगों को भी अपनी जिम्मेवारी समझने और प्रशासन के आदेश का अनुपालन करने की जरूरत है। नहीं तो संक्रमण पर काबू पाना संभव नहीं रह जाएगा।
दूसरी ओर फुटपाथ पर अन्य दिनों की तरह ही कारोबार चलता दिखा लोगों की आवाजाही और वाहनों की भागदौड़ दिन भर सड़क पर होती नजर आई। सड़क पर आवाजाही कर रहे लोगों में सोशल डिस्टेंसिग के प्रति लापरवाही दिख जा रही थी।