मनचलों ने गर्ल्‍स हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को लाठी-डंडे से पीटा; 34 घायल, 14 गंभीर

मनचलों के दुस्‍साहस ने कानून व्‍यवस्‍था व छात्राओं की सुरक्षा को फिर सवालों के घेरे में खड़ा किया है। उन्‍होंने हॉस्‍टल में घुसकर इतनी मारपीट की कि 34 छात्राएं अस्‍पताल पहुंच गईं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 01:04 PM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 10:33 PM (IST)
मनचलों ने गर्ल्‍स हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को लाठी-डंडे से पीटा; 34 घायल, 14 गंभीर
मनचलों ने गर्ल्‍स हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को लाठी-डंडे से पीटा; 34 घायल, 14 गंभीर

सुपौल [जेएनएन]। मनचले स्‍कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे। वे छात्रावास (हॉस्‍टल) की दीवारों पर गंदी बातें लिख देते थे। छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्‍हें गुस्‍सा आ गया। उन्‍होंने हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को जमकर पीटा।
हमले में घायल 34 छात्राओं को इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिनमें 14 की हालत चिंताजनक है। घटना सुपौल के त्रिवेणीगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय (स्‍कूल) की है। घटना के चार आरोपितों को रविवार देर शाम तक पुलिस ने मुख्‍य आरोपित हरिया व मोहन सहित गिरफ्तार कर लिया था।
अध्‍यापकों से की छेड़खानी की शिकायत
जानकारी के अनुसार मनचलों ने हॉस्‍टल की दवारों पर अश्‍लील बातें लिख दी थीं। शनिवार की शाम में स्‍कूल की कुछ छात्राएं मैदान में खेल रही थीं। इसी दौरान कुछ मनचले उनपर अभद्र टिप्पणी करने लगे। दीवारों पर अश्‍लील बातों के कारण पहले से भड़कीं छात्राओं ने इसपर आपत्ति दर्ज की। उन्‍होंने मनचलों की शिकायत अध्यापकों से की।

मनचलों ने की मारपीट
अध्यापक और विद्यालय प्रधान जब मनचलों को समझाने गए तो वे उनसे भी उलझ गए। फिर, मनचले अपने अभिभावकों को बुलाकर ले ले आए और गुंडई पर उतरी भीड़ ने विद्यालय पर हमला बोल दिया। उन्‍होंने वहां की सभी छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारपीट की। घटना में 34 छात्राएं गंभीर रूप से जख्मी हो गईं। घटना के बाद पुलिस ने घायल छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया।

14 छात्राओं की हालत नाजुक
घटना में घायल 14 छात्राओं की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस बीच जिलाधिकारी के आदेश पर घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एसडीओ विनय कुमार के अनुसार घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। उनमें चार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें मुख्‍य आरोपित हरिया व मोहन शामिल हैं।

पीडि़तों से मिलीं सांसद रंजीत रंजन
घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद रंजीत रंजन लड़कियों को देखने अस्‍पताल पहुंचीं। शनिवार की देर रात्रि सांसद रंजीत रंजन ने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा व्‍यवस्‍था को लेकर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया।
आइजी बोले- अपराधियों की हो चुकी पहचान, गिरफ्तारी शीघ्र
घटना के चार आरोपितों को रविवार की देर शाम तक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अन्‍य आरोपितों को खोज रही है। इसके पहले जोनल आइजी ने बताया कि छात्राओं ने एक स्‍थानीय लड़के मोहन को फब्तियां कसने से मना किया। इसके बाद मोहन अपनी मां तथा कुछ अन्‍य महिलाओं के साथ पहुंचा तथा मारपीट शुरू कर दी। आइजी के अनुसार घटना में घायल 14 लड़कियां अभी भी अस्‍पताल में हैं। घटना में शामिल सभी लोगों की पहचान की जा चुकी है।

chat bot
आपका साथी