सिवान में कोरोना का खतरा ला रहीं ट्रेनें, यात्रियों की जांच के नाम सिर्फ खानापूर्ति

यूपी दिल्ली मुंबई जैसे राज्यों में कोरोना की लहर और उसकी चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या देख पूरा देश कांप रहा है। प्रतिदिन देश में हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमितों की मौत हो रही है लेकिन जिले के पदाधिकारी ऐसी खबरों से बेखबर हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण मुंबई दिल्ली सहित कई राज्यों से स्पेशल ट्रेनों में सवार होकर बाहरी लोगों की घर वापसी का दौर जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 04:42 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 04:42 PM (IST)
सिवान में कोरोना का खतरा ला रहीं ट्रेनें, यात्रियों की जांच के नाम सिर्फ खानापूर्ति
सिवान में कोरोना का खतरा ला रहीं ट्रेनें, यात्रियों की जांच के नाम सिर्फ खानापूर्ति

सिवान। यूपी, दिल्ली, मुंबई जैसे राज्यों में कोरोना की लहर और उसकी चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या देख पूरा देश कांप रहा है। प्रतिदिन देश में हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमितों की मौत हो रही है, लेकिन जिले के पदाधिकारी ऐसी खबरों से बेखबर हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण मुंबई, दिल्ली सहित कई राज्यों से स्पेशल ट्रेनों में सवार होकर बाहरी लोगों की घर वापसी का दौर जारी है। रोजाना ही मुंबई से कई ट्रेनें जंक्शन पर आ रही हैं। इनमें सवार सैकड़ों लोग जंक्शन पर उतर रहे हैं, लेकिन उनकी जांच जंक्शन पर नहीं हो रही है। जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। यही लोग आगे चलकर बीमार होने के बाद जब कोविड जांच को पहुंच रहे हैं तो इनमें से ज्यादातर कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। जिससे जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जंक्शन पर शुक्रवार को जागरण टीम ने लाइव किया। इस दौरान यहां ना तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा था और ना ही मास्क लगाने के प्रति लोग उतने जागरूक दिखे। हां कैमरे से बचने के लिए लोग अपने मुंह को ढंक जरूर रहे थे। यह देखने को मिला कि ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म पर आकर रुक रह रही है लोग जांच नहीं कराने के लिए दूसरे द्वार का प्रयोग का बाहर निकल रहे हैं। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने यहां कोरम पूरा करने के लिए एक जांच स्टॉल लगाया है। जहां सिर्फ एक लैब टेक्निशियन और एक नर्स की तैनाती है। इन्हें देख ट्रेनों से उतरने वाले बिना जांच कराए ही जबरन बाहर निकल जाते हैं और ये मूकदर्शक बन कर रह जाते हैं। वहीं जांच कराने के प्रति जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी भी यात्रियों पर दबाव नहीं बनाती है।

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