गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में शिक्षकों की भूमिका अहम : डीएम
डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में शिक्षकों की भूमिका अहम है।
सीतामढ़ी। डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में शिक्षकों की भूमिका अहम है। इसके लिए शिक्षक, छात्रा और अभिभावक मिलकर निष्कर्ष निकालें। कहा कि बच्चे स्कूल में नियमित रूप से आएं, इसके लिए प्रयास जरूरी है। कहा कि मैन पावर कम होने के कारण शिक्षकों से गैर शिक्षण कार्य कराया जाता है और वे अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन भी करते हैं। डीएम सोमवार को जिला मुख्यालय डुमरा स्थित एमपी हाइस्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर आधारित कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस दौरान डीएम ने शिक्षकों से शिक्षित समाज की स्थापना की अपील की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो.उमेश चंद्र झा ने कहा कि शिक्षक अनश्वर समाज का निर्माण करते हैं। बच्चों के सर्वांगीन विकास के लिए शिक्षक और अभिभावकों को भी ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि स्कूल में हाउस टीम बना कर प्रत्येक टीम को महीने के प्रत्येक हफ्ते का उत्तरदायित्व दे दिया जाए तो इससे बच्चों में रूचि और उत्साह जगेगा। कहा कि वे शिक्षकों की प्रत्येक समस्या के समाधान के लिए प्रयास को प्रतिबद्ध हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के चार स्तम्भ हैं। इनमें पैरेंट, स्कूल, सोसाइटी और एजुकेटर। सेवानिवृत्त शिक्षक कर्मवीर पासवान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ. बबीता ने किया। इस अवसर पर डॉ. बबीता ने डीएम को संजय जोशी द्वारा लिखित विचार प्रवाह पुस्तक भेंट की। आगंतुकों का स्वागत एमपी हाइस्कूल के प्राचार्य ब्रजमोहन मंडल ने किया। जबकि कार्यक्रम को प्रो. आनंद किशोर, दिलीप कुमार शाही, महेंद्र कुमार, राम पुकार ¨सह, लक्ष्मी महतो, रामशंकर मिश्र, प्रो. जितेंद्र, हरिहर साह, विनोद बिहारी मंडल, संतोष झा, पूनम, सुजाता व चंदा समेत दर्जनों शिक्षकों ने संबोधित किया।