ग्रामीण डाकसेवकों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी
संयुक्त संघर्ष समिति ग्रामीण डाक सेवक संघ की राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन शुक्रवार को भी जारी रही।
सीतामढ़ी। संयुक्त संघर्ष समिति ग्रामीण डाक सेवक संघ की राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन शुक्रवार को भी जारी रही। हड़ताल में जिले के 303 शाखा डाकघर व 28 उप डाकघर के 635 कर्मी शामिल हैं। हड़ताल के कारण विभाग को जिले में करीब 60 लाख रुपये से अधिक का घाटा प्रतिदिन उठाना पड़ रहा है।
मांगों के समर्थन में ग्रामीण डाककर्मियों ने डाक घरों के सामने धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। हड़ताली कर्मियों ने प्रधान डाकघर में तालाबंदी कर नारेबाजी की। प्रधान डाकघर के गेट पर धरना दिया। इस दौरान डाककर्मियों द्वारा किसी को डाकघर में जाने नहीं दिया गया। धरना को संबोधित करते हुए सीतामढ़ी प्रमंडल के संयुक्त संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अमरेंद्र शर्मा, आइएनपीओ के सचिव चंदेश्वर कुमार ¨सह, एआइजीडीएसयू के कार्यकारी सचिव रामकुमार शाही, एनएफपीई के सचिव अंजनी कुमार, हड़ताल संचालनकर्ता समिति के कमलेश कुमार, अनिल कुमार झा, संजय पाठक, देवेंद्र ठाकुर, मुकेश कुमार, लक्ष्मण ¨सह, इंद्रविजय, राकेश ¨सह, दिनेश पासवान, बीगन पासवान व प्रकाश राम ने हड़ताल की सफलता पर हर्ष व्यक्त किए। कहा कि जब तक केंद्र सरकार कमलेश चंद्रा कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। सभी ग्रामीण डाकसेवक अपनी चट्टानी एकता को प्रदर्शित करते हुए डाकघर का सभी कार्य बाधित कर अर्द्धनग्न होकर प्रधान डाकघर के समक्ष उपस्थिति दर्ज कराने की अपील की। गांव-गांव में देश स्तर पर डाकसेवकों से करीब 12 घंटे काम कराती है। लेकिन बंधुआ मजदूरों की तरह पांच घंटे का अल्प वेतन भुगतान करती है।
पुपरी : अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। शुक्रवार को भी मांगों के समर्थन में कर्मियों ने एकजुटता के साथ डटे रहे। इस दौरान चूल्हा चौका लेकर धरना दिया गया। डाककर्मी खाना बनाया और खाकर फिर धरना पर बैठ गए। मौके पर सत्येंद्र ठाकुर, अताउर रहमान, गोपाल कृष्ण ¨सह, उपेंद्र पाठक, रामबाबू चौधरी, हबीबुल्लाह, विपिन बिहारी यादव, जटाधर लाल कर्ण, मदन ठाकुर, हरिशंकर प्रसाद, सुधीर ¨सह, जफर आलम, राम निवास ठाकुर, मुकेश कुमार, महेश कुमार, गगन देव राय, शिव शंकर चौधरी, रामबाबू राय, हरिश्चंद्र ठाकुर, रामबाबू पासवान आदि मौजूद थे।