बिहार की पहली कंक्रीट निर्मित सड़क होगी एनएच 527 सी

सीतामढ़ी। लंबे समय से धूल फांक रहे एनएच 527 सी के निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है। सांसद राम कुमार शर्मा के जारी प्रयास और पीएमओ के एक्शन में आने के बाद मझौली-चोरौत एनएच 527 सी का निर्माण बहुत जल्द शुरू होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Feb 2019 11:21 PM (IST) Updated:Sun, 24 Feb 2019 11:21 PM (IST)
बिहार की पहली कंक्रीट निर्मित सड़क होगी एनएच 527 सी
बिहार की पहली कंक्रीट निर्मित सड़क होगी एनएच 527 सी

सीतामढ़ी। लंबे समय से धूल फांक रहे एनएच 527 सी के निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है। सांसद राम कुमार शर्मा के जारी प्रयास और पीएमओ के एक्शन में आने के बाद मझौली-चोरौत एनएच 527 सी का निर्माण बहुत जल्द शुरू होगा। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो मार्च के पहले सप्ताह में इसका शिलान्यास हो जाएगा। वैसे माना जा रहा है कि पटना में 3 मार्च को होने वाली एनडीए की रैली में पीएम मोदी पटना से ही इस सड़क का शिलान्यास करेंगे। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हो सकी है। सांसद शर्मा ने मार्च के पहले सप्ताह में इस देश स्तरीय सड़क के निर्माण के लिए शिलान्यास कराए जाने की बात कही है। इस सड़क के निर्माण से लोगों में लंबे समय से उम्मीदें जगी हुई है। इसके निर्माण के बाद नेपाल की दूरी भी कम हो जाएगी। वहीं पुपरी के इलाके के लोगों के लिए मधुबनी-दरभंगा की राह आसान हो जाएगी।

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बिहार में पहला और देश में पांचवा कॉंक्रीट निर्मित सड़क होगा

मुजफ्फरपुर जिले के मझौली से दरभंगा-मधुबनी के कुछ हिस्सों से होते हुए नानपुर, बोखड़ा और चोरौत होते हुए एनएच 104 में मिलने वालाी 64 किमी लंबी यह सड़क पूरी तरह कॉंक्रीट निर्मित और सपाट होगी। इस सड़क पर हवाई जहाज को भी उतारा जा सकता है। दिल्ली-आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर इस सड़क का निर्माण कार्य कराया जाना है। इस तरह का बनने वाला यह सड़क बिहार में पहला और देश में पांचवा होगा। साल 2013 में जब केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने इस सड़क की मंजूरी दी थी तब यह देश में दूसरी सड़क थी। लंबे समय तक यह परियोजना ठंडे बस्ते में पड़ी रही। 64 किलोमीटर लंबी सड़क पर चार बड़े पुल और 16 छोटे पुल का निर्माण किया जाएगा। मझौली से आगे दो किलोमीटर पर बहलोलपुर में बागमती की पुरानी धार तथा 17 वें किलोमीटर पर कटरा में बागमती नदी पर दो बड़े पुल तथा 51 वें और 58 वें किलोमीटर पर भी दो बड़े ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। यह सड़क मुजफ्फरपुर जिले के मझौली से कटरा, खंउरा, यजुआर, सीतामढ़ी जिले के नानपुर प्रखंड के खरका- बसंत, मझौर, बहेड़ा, पुपरी होते हुए चोरौत तक जाएगी। चोरौत में यह सड़क एनएच 104 से मिल जाएगी।

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बेगूसराय की कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला काम का जिम्मा

सीतामढ़ी : मझौली-चोरौत एनएच 527 सी के निर्माण का जिम्मा बेगूसराय की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। एनएचआइ ने कुल 537 करोड़ 14 लाख रुपये में हाईवे निर्माण का ठेका दिया है। सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और दरभंगा समेत चार जिलों को जोड़ने वाले इस हाईवे के निर्माण के लिए कुल 255 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसके तहत भूमि के अधिग्रहण पर 340 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। सीतामढ़ी जिले में 86 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। जबकि इसके लिए 113.97 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसी तरह मुजफ्फरपुर में 99 हेक्टेयर के लिए 196.24 करोड़, मधुबनी में 7 हेक्टेयर भूमि के लिए 14.45 करोड़ और दरभंगा में 9 हेक्टेयर के लिए 18.56 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

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तत्कालीन सांसद ने दिलाई थी स्वीकृति

सीतामढ़ी : मुजफ्फरपुर जिले के मझौली से सीतामढ़ी जिले के चोरौत तक बनने वाले एनएच 527 सी की स्वीकृति साल 2013 में मिली थी। तत्कालीन सांसद अर्जुन राय की मजबूत पहल पर तत्कालीन राजमार्ग मंत्री सीपी जोशी ने इस हाईवे की स्वीकृति दी थी। लोकसभा चुनाव आने के चलते प्रक्रिया रूक गई थी। कुछ समय बाद इस सड़क के निर्माण का मसौदा ठंडे बस्ते में पड़ गया था। साल 2017 में पूर्व सांसद अर्जुन राय ने मझौली से चोरौत तक हाईवे के निर्माण के लिए गांवों में पदयात्रा कर एक लाख पोस्टकार्ड पीएम मोदी को भेज इस सड़क के निर्माण के लिए ध्यान आकृष्ट कराया था। इसके बाद सांसद राम कुमार शर्मा ने भी इस सड़क के निर्माण के लिए सरकार और मंत्रालय पर दबाव बनाया था। इसके बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई। हालांकि अब भी कुछ इलाके के किसानों को अधिग्रहण से संबंधित राशि नहीं मिल सकी है। इधर, लोकसभा चुनाव होने वाला है इसी बीच इस हाईवे के निर्माण के लिए शिलान्यास कराने की पहल तेज हो गई है।

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