कुअमा रैन पर आधा दर्जन झंडों का मिलान

शिवहर। ग्रामीण परिवेश में त्योहारों के आयोजन में विशेष खुशियां दिखाई देती हैं। रोजमर्रा के काम एवं तनाव से मुक्ति को लोग पर्व में शांति का अनुभव करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 12:15 AM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:11 AM (IST)
कुअमा रैन पर आधा दर्जन झंडों का मिलान
कुअमा रैन पर आधा दर्जन झंडों का मिलान

शिवहर। ग्रामीण परिवेश में त्योहारों के आयोजन में विशेष खुशियां दिखाई देती हैं। रोजमर्रा के काम एवं तनाव से मुक्ति को लोग पर्व में शांति का अनुभव करते हैं। इस बार भी कुअमा चौक पर महावीरी झंडोत्सव का आयोजन पारंपरिक उत्साह के साथ किया गया। इस दौरान गांव के विभिन्न टोले से आए आधा दर्जन झंडे रैन स्थल पर जमा किए गए। इस पर को देखने को हजारों की भीड़ देखी गई। इतना ही इस ग्रामीण वार्षिक उत्सव को लेकर हर घर उत्सवी माहौल देखते बन रहा था जहां लोगों ने अपने सगे संबंधियों को भी बुलाया था। सर्वप्रथम महावीरी झंडे की पूजा हुई फिर जय बजरंगबली का उद्घोष करते लोग रैन की तरफ बढ़ चले। साथ में चली परंपरागत हथियारों लाठी, भाला फरसाधारी खिलाड़ियों की भीड़। रैन पर अलग अलग टोलियां अपना करतब दिखा लोगों को अचंभित करती रही। बीच में शेरो- शायरी एवं जय श्रीराम का घालमेल। अभिभावकों के कंधों पर सवार तालियां बजाते बच्चे।

अब जरा बाजार का रुख करें झंडोत्सव पर लगे मेले में खाने-पीने की वस्तुओं के अलावा श्रृंगार सामग्री की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ अधिक दिखी। बच्चे अपने अभिभावक को खिलौने खरीदने के लिए मजबूर करते दिखे। वहीं अभिभावक दिखावटी गुस्सा प्रदर्शित कर जेब से रुपया निकालते दिखाई दिए।

सुरक्षा एवं भीड़ संभालने को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद थी। अनुसूचित जाति जनजाति थानाध्यक्ष जितेंद्र महतो एवं पुलिस बल को सक्रिय देखा गया। पूरे दिन कुअमा गांव में आज शहर जैसी चहल-पहल रही। रात्रि में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। वहीं आयोजन की सफलता एवं आपसी सौहार्द कायम रखने को पूर्व मुखिया सह जिला मुखिया संघ जिलाध्यक्ष संजय कुमार वर्मा उर्फ डब्बू, कामेश्वर कुमार, उमेश यादव, महेंद्र दास, जयमंगल महतो, इंदल राय एवं श्रीराम ठाकुर सरीखे सामाजिक कार्यकर्ताओं को व्यस्त देखा गया।

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