लॉकडाउन का पहला दिन, शहर में फिर पहले जैसी विरानगी

शिवहर। कहते हैं विपत्ति अकेले नहीं आती। कोरोना काल में यह पूरी तरह चरितार्थ हो रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 01:08 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 06:11 AM (IST)
लॉकडाउन का पहला दिन, शहर में फिर पहले जैसी विरानगी
लॉकडाउन का पहला दिन, शहर में फिर पहले जैसी विरानगी

शिवहर। कहते हैं विपत्ति अकेले नहीं आती। कोरोना काल में यह पूरी तरह चरितार्थ हो रहा। दिन- रात लगातार हो रही बारिश, बागमती नदी में आई बाढ़, कोरोना संक्रमण के बढ़ते, हवा में कोरोना वायरस फैलने का खौफ और आज से एहतियातन लागू लॉकडाउन। इतनी सारी मुसीबतें एक साथ। लोग इसे प्रकृति की नाराजगी का परिणाम बता रहे। कारण जो भी हो सामने आई चुनौती का सामना हर किसी को करना लाजिमी है।

मंगलवार से जिले में लॉकडाउन प्रभावी हुआ जो राज्यादेश के आलोक में 31 जुलाई 20 तक प्रभावी होगा। फिर से सड़कों पर विरानगी दिख रही लोग बाग घरों में कैद होने को मजबूर। चिन्हित दुकानों को खोलने की इजाजत। बरती जाने लगी हैं फिर से वही सावधानियां जिसे लोग लगातार जारी नहीं रख पाए थे। अब जब हालात फिर से बिगड़ने लगे हैं तब अफसोस भी जता रहे कि बीच की अवधि में अनावश्यक निर्भीकता परेशानी का सबब बन रही। प्रशासन की दिखी सख्ती मंगलवार को डीएम अवनीश कुमार सिंह के निर्देश पर एसडीएम आरिफ अहसन एवं एएसडीएम विनीत कुमार ने शहर की सड़कों पर न सिर्फ मार्च किया वरन चौक चौराहों पर माइक से जरुरी निर्देशों का पालन करने के प्रति आगाह किया। साफ सफाई के प्रति जागरूक करने के साथ ही घरों में सुरक्षित रहने, शारीरिक दूरी का पालन करने, मास्क लगाने सहित अन्य एहतियात बरतने की अपील की। चेतावनी भी दी कि जारी सुरक्षात्मक निर्देशों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई तय है। इतना ही इस निरीक्षण के दौरान एक दुकान को सील भी किया गया। दुकानदारों को निश्चित समय पर दुकान को खोलने एवं बंद करने की बात कही। मास्क लगाना अनिवार्य बताते हुए उन्हीं ग्राहकों के हाथ सामान बेचने का निर्देश दिया जिसने मास्क लगा रखा हो वहीं शारीरिक दूरी के प्रति भी सावधान हो। इधर एसपी संतोष कुमार के निर्देशन में पुलिस अधिकारी एवं जवानों को भी पूरी तरह एक्टिव देखा जा रहा। गश्त करती पुलिस सड़क पर आने- जाने वालों के न सिर्फ मास्क चेक कर रही बल्कि घर से बाहर निकलने की वजह भी पूछ रही। इस दौरान कई जगह चौकरी जमाए लोगों व दुकानों पर भीड़ लगाने वालों पर डंडे भी चले। इधर मुख्यालय सहित सभी थाना क्षेत्रों में वाहन जांच पूरी सख्ती के साथ प्रारंभ कर दी गई है। बिना मास्क एवं बिना वजह बिना सड़क पर वाहन दौड़ाने वालों को जुर्माना भी किया जा रहा। शहर में दिख रही फिर से वही विरानगी लॉकडाउन के पहले दिन से असर दिखना प्रारंभ हो गया। जिला मुख्यालय में फिर से वही ²श्य उपस्थित हो गए हैं जो मार्च- अप्रैल में देखने को मिले थे। आधी दुकानें बंद आधी खुली वाहनों का शोर थम सा गया है। पहले की अपेक्षा इस बार आम लोगों में चिता अधिक देखी जा रही। जरुरत इस बात की है कि दोबारा लॉकडाउन लगाने का अर्थ समझने में इस बात भूल न हो।

chat bot
आपका साथी