कॉलेज प्रशासन ने निकाला सामंजन व दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नहीं आने का पत्र

जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह के पत्र का असर सोमवार को कई कॉलेजों में दिखने लगा। कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय के पत्र के आलोक में सामंजन कर्मियों एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों से कार्य से मुक्त करते हुए अपना प्रभार विभागाध्यक्ष एवं नियमित लिपिक को देने का निर्देश जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 11:07 PM (IST)
कॉलेज प्रशासन ने निकाला सामंजन व दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नहीं आने का पत्र
कॉलेज प्रशासन ने निकाला सामंजन व दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नहीं आने का पत्र

जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह के पत्र का असर सोमवार को कई कॉलेजों में दिखने लगा। कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय के पत्र के आलोक में सामंजन कर्मियों एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों से कार्य से मुक्त करते हुए अपना प्रभार विभागाध्यक्ष एवं नियमित लिपिक को देने का निर्देश जारी कर दिया है। राजेद्र कॉलेज, रामजयपाल कॉलेज, जगलाल चौधरी कॉलेज, नंदलाल ¨सह कॉलेज समेत कई कॉलेजों के प्राचार्याें ने कर्मियों को कार्य से मुक्त करने का पत्र जारी करते हुए नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर सूचना दे दी है। इस बीच पीसी साइंस कॉलेज के प्राचार्य डा. शंभु कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि उनके कॉलेज में विश्वविद्यालय से सामंजन कर्मियों एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को हटाने का पत्र नहीं आया है। विश्वविद्यालय से पत्र प्राप्त होने पर इस दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। सामंजन कर्मियों को हटाने के आदेश से सबसे ज्यादा प्रभाव राजेंद्र कॉलेज, पीसी साइंस कॉलेज, गंगा ¨सह कॉलेज, डीएवी कॉलेज सिवान को हुआ है। यहां बहुत ही कम नियमित शिक्षकेत्तर कर्मी है। उल्लेखनीय हो कि कॉलेज प्रशासन जेपीयू के कुलसचिव डा. केदार नाथ के पत्र (पत्रांक 1415- एलओ दिनांक 02-01-19) पृथ्वीचंद्र विज्ञान महाविद्यालय के लिपिक प्रभुनाथ साह बनाम राज्य सरकार एवं अन्य मामले में एल.पी.ए. न. 368/2018 दिनांक 12 दिसंबर 2018 में पारित न्यायादेश में तत्कालीन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निर्गत अधिसूचना ज्ञापांक 1120(आर) दिनांक 11.08.10 एवं ज्ञापांक 4003(आर) दिनांक 03 मार्च 2012 को विधिसम्मत नहीं पाये जाने की स्थिति में वादी की नियुक्ति की तिथि से वेतन भुगतान एवं पेंशनादि के भुगतान के दावे के अमान्य कर दिया गया है। उक्त अधिसूचना में वर्णित सभी सभी तथाकथित सामंजन कर्मी, जिनकी सेवायें राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित नही है तथा अन्य दैनिक वेतनभोगी कर्मी जो विश्वविद्यालय के बिना प्रशासनिक अनुमति के विश्वविद्यालय के विभिन्न स्नताकोत्तर विभागों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों में कार्यरत होने का दावा कर रहे उनके इस तरह के दावे को उपयुक्त न्यायिक आदेश के आलोक में कुलपति ने विधिसम्मत नहीं मानने पर हटाने का पत्र जारी किया है। जिससे कॉलेजों में हड़कंप मच गया है।

इनसेट :

जेपीएम में हैं संविदा कर्मी उन्हें हटाने का नहीं आया है पत्र

छपरा :जयप्रकाश महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मधु प्रभा ¨सह ने कहा कि कुलसचिव के पत्र में उनके कॉलेज में नियुक्त कर्मियों को हटाने का निर्देश नहीं है। विश्वविद्यालय के पत्र में दैनिक वेतनभोगी एवं सामंजन कर्मियों को हटाने का आदेश आया है। संविदा कर्मियों के बारे में कोई निर्देश नहीं है। उनके कॉलेज में संविदा पर शिक्षकेत्तर कर्मचारी तैनात हैं। वे पूर्व की तरह कार्य करते रहेंगे। राजेंद्र कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मी आज करेंगे निर्णय

छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सामंजन एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को सेवा से हटाने के आदेश के बाद आगे क्या करना है इस विषय पर कर्मचारी 8 जनवरी को निर्णय लेंगे। राजेंद्र कॉलेज के सभी कोटि के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की बैठक होगी। इसको लेकर सोमवार को पूरे दिन कर्मचारी नेता रणनीति बनाते रहे। जिसके बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उसके साथ ही जयप्रकाश विश्वविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के प्रक्षेत्र की बैठक 9 जुलाई को राजेंद्र कॉलेज में बुलायी गयी है। जिसमें छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के सभी कॉलेज एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी भाग लेंगे। जिसमें आंदोलन के साथ ही कोर्ट जाने पर विचार किया जाएगा।

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