सदर अस्पताल में जल्द शुरू होगी अल्ट्रासाउंड से जांच

समस्तीपुर। जिलेवासियों को अब अल्ट्रासाउंड कराने के लिए निजी और महंगे अल्ट्रासाउंड सेंटरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 10:36 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 10:36 PM (IST)
सदर अस्पताल में जल्द शुरू होगी अल्ट्रासाउंड से जांच
सदर अस्पताल में जल्द शुरू होगी अल्ट्रासाउंड से जांच

समस्तीपुर। जिलेवासियों को अब अल्ट्रासाउंड कराने के लिए निजी और महंगे अल्ट्रासाउंड सेंटरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सदर अस्पताल में निश्शुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। जल्द ही आमजनों के लिए यह सुविधा उपलब्ध करा दी जाएंगी। पिछले छह महीने से अल्ट्रासाउंड शुरू करने को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा काफी मशक्कत की जा रही थी। जिस समस्या को दूर कर लिया गया है। सदर अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सकों को अल्ट्रासाउंड कार्य करने के लिए कहा गया था। इस पर सभी द्वारा इंकार कर दिया गया था। जिसपर सीएस ने सभी से स्पष्टीकरण किया था। इसके बाद महिला चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड कार्य नहीं आने से संबंधित रिपोर्ट दी थी। इस पर स्वास्थ्य प्रशासन ने नया तरकीब निकाला। सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने जिला अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दलसिंहसराय में एकमात्र एमडी रेडियोलॉजी योग्यताधारी डॉ. अशोक कुमार गुप्ता से सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कार्य लेने का निर्णय लिया। अनुमंडलीय अस्पताल दलसिंहसराय में चिकित्सक की अत्यंत कमी की वजह से डॉ. गुप्ता से कार्य लिया जाता है। इसके लिए विभागीय स्तर पर लाइसेंस निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं डॉ. गुप्ता के स्थान पर सदर अस्पताल में कार्यरत चार महिला चिकित्सक को दो-दो दिन की ड्यूटी करने का आदेश जारी किया गया है। चार महिला चिकित्सक को अल्ट्रासाउंड का मिलेगा प्रशिक्षण सदर अस्पताल के पदस्थापित डीजीओ और पीजी गायनोकोलॉजी योग्यताधारी चिकित्सक को अल्ट्रासाउंड करने का प्रशिक्षण उपलब्ध कराने को सिविल सर्जन ने राज्य स्वास्थ्य समिति के पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखा है। सीएस ने विभाग के प्रधान सचिव से भी महिला चिकित्सकों को अल्ट्रासाउंड में प्रशिक्षण दिलवाने का अनुरोध किया है। जिससे कि अल्ट्रासाउंड का कार्य सुचारू रूप से चलाया जा सके। इसमें बताया है कि पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत निबंधन करने हेतु डीजीओ, पीजी गायनोकोलॉजी योग्यताधारी चिकित्सक सोनोलॉजिस्ट के रूप में कार्य करने के योग्य होते है। इसको लेकर सदर अस्पताल में पदस्थापित उक्त योग्यताधारी चिकित्सक से शैक्षणिक प्रमाण पत्र की मांग की गई। सभी चिकित्सकों द्वारा सूचित किया गया कि उन्हें अल्ट्रासाउंड करने नहीं आता है। सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉ. कुमारी पुष्पा रानी, डॉ. अदिति प्रियदर्शनी, डॉ. अंजली कुमारी और डॉ. मेघा आहूजा को अल्ट्रासाउंड का प्रशिक्षण दिलवाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया ताकि सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड केंद्र में उनके द्वारा अल्ट्रासाउंड का कार्य किया जा सके। महिला चिकित्सकों की अनुमंडल अस्पताल में लगाई गई ड्यूटी

अनुमंडल अस्पताल दलसिंहसराय में चिकित्सक की कमी रहने के कारण डॉ. अशोक कुमार गुप्ता से कार्य लिया जा रहा था। जिन्हें सदर अस्पताल में सोनोलॉजिस्ट के रूप में कार्य नामित करते हुए अल्ट्रासाउंड के निबंधन की कार्रवाई की जा रही है। दलसिंहसराय में चिकित्सा व्यवस्था के सुचारु रूप से संचालन को चार महिला चिकित्सक को वहां कार्य करने के लिए प्राधिकृत किया है। अनुमंडलीय अस्पताल दलसिंहसराय में डॉ. कुमारी पुष्पा रानी को सप्ताह के प्रत्येक रविवार व सोमवार, डॉ. अदिति प्रियदर्शनी को मंगलवार व बुधवार, डॉ. अंजली कुमारी को गुरुवार व शुक्रवार और डॉ. मेघा आहूजा को प्रत्येक शनिवार को कार्य करने के लिए कहा गया है। यह व्यवस्था अल्ट्रासाउंड में प्रशिक्षण होने तक तक जारी रहेगी। सीएस ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को उक्त चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर तैयार करें। इसके अलावा दलसिंहसराय के उपाधीक्षक निर्धारित अवधि में ड्यूटी लेंगे।

chat bot
आपका साथी