माता का खोईछा भरने के लिए पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़

शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा के अष्टमी स्वरुप महागौरी की पूजा रविवार को उल्लास के साथ किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Oct 2019 10:35 PM (IST) Updated:Sun, 06 Oct 2019 10:35 PM (IST)
माता का खोईछा भरने के लिए पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़
माता का खोईछा भरने के लिए पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़

समस्तीपुर, जेएनएन। शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा के अष्टमी स्वरुप महागौरी की पूजा रविवार को उल्लास के साथ किया गया। मनोवांछित फल पूरा करने वाली माता गौरी की खोईंछा भरकर महिला श्रद्धालुओं ने माता से अपने पति, संतान एवं परिवार की सलामती की दुआएं मांगी। सुबह से ही पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हाथ में फूल, चंदन, बतासा, मिठाई एवं अक्षत लिए महिलाएं पूजा पंडालों में पहुंची। माता की श्रृंगार की सामग्री भी अर्पित की। ताजपुर रोड स्थित महादेव चौक, बस स्टैंड पूजा पंडाल में तो सुबह छह बजे से ही श्रद्धालु माता का दर्शन एवं पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचने लगे। स्टेडियम, मोहनपुर रोड, बारह पत्थर, मगरदहीघाट, पुरानी दुर्गा स्थान, शिव दुर्गा मंदिर बहादुरपुर में भी यही स्थिति रही। बीएचटीसी हॉल, स्टेशन रोड, माधुरी चौक, छोटेलाल चौक, हाउसिग बोर्ड मैदान, मथुरापुर, दुधपूरा समेत अन्य स्थानों पर भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी। सुबह से माता को खोईंछा भरने का कार्य शुरु हुआ वह देर रात तक चलता रहा। शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र से भी काफी संख्या में लोगों ने पहुंचकर माता की पूजा अर्चना की। झिलमिल रोशनी से माता की सजावट पूजा पंडालों में आकर्षक एवं रंग बिरंगे बल्ब लगाए गए हैं। माता की सजावट देखते ही बनती है। कहीं दूधिया रोशनी से माता को प्रतिमा को प्रकाशित किया गया है तो कहीं रंग बिरंगे झिलमिल करते बल्बों से। पूजा पंडालों की सजावट खासा आकर्षित करती है। थानेश्वर स्थान मंदिर के ठीक बगल में बस स्टैंड में स्थापित माता दुर्गा की सजावट लोगों को काफी आकर्षित की। बारह पत्थर में बना पंडाल, मगरदहीघाट की सजावट भी लोगों के मन को काफी प्रसन्न कर दिया। माधुरी चौक, छोटेलाल चौक, बहादुरपुर समेत अन्य पूजा पंडालों की भी सुंदरता भी देखते ही बनती है। इसके निर्माण में कलाकारों ने जो मेहनत की है, वह दिख रही है।

आज होगा मां नव दुर्गा की पूजा

नवरात्रा के नौवें दिन माता देवी दुर्गा की पूजा होती है। शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा की पूजा सोमवार को की जाएगी। राक्षसों का नाश कर सभी जनों का कल्याण करने वाली माता की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। अंतिम दिन नव दुर्गा की पूजा की जाती है। नवमी के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा पंडालों में उमड़ेगी। देवी दुर्गा की पूजा कर लोग शक्ति की कामना करेंगे। नौ दिनों तक नियिमत रुप से नेम निष्ठा के साथ व्रत रखने वाले भक्त माता दुर्गा की पूजा अर्चना कर उनसे आर्शीवाद ग्रहण करेंगे। मंगलवार से पूजा का विसर्जन शुरू हो जाएगा।

जगह-जगह धू-घू कर जलेंगे रावण

दशहरा के अवसर पर मंगलवार को जगह-जगह रावण विध्वंस लीला का भी आयोजन किया जाएगा। जितवारपुर हाउसिग बोर्ड के मैदान में रावण दहन की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। पंजाबी कॉलोनी में रावण एवं मेघनाद के पुतले को तैयार किया जा रहा है। पिछले एक महीने से कलाकार इसमें जुटे हुए हैं। राम लक्ष्मण एवं हनुमान के नेतृत्व में बंदरी सेना भी तैयारियों में जुटा हुआ है। उजियारपुर प्रखंड के सातनपुर में भी भव्य रावण दहन का आयोजन किया जाता है। यहां भी एक लाख से अधिक लोग रावण विध्वंस लीला देखने के लिए जुटते हैं। दलसिंहसराय, नरघोघी, पूसा रोड समेत अन्य जगहों पर भी बड़े पैमाने पर रावण विध्वंस लीला का आयोजन किया जाता है। इस बार जिले में 68 स्थानों पर रावण विध्वंश लीला का आयोजन हो रहा है।

chat bot
आपका साथी