शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना को हराएं
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच सबसे जरूरी रोग प्रतिरोधक क्षमता है। इसे बढ़
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच सबसे जरूरी रोग प्रतिरोधक क्षमता है। इसे बढ़ाने के लिए डाइट में क्या शामिल करें और किससे बचें, यह जानकारी फिर से लोगों ने लेनी शुरू कर दी है। संजीवनी हॉस्पिटल के डॉ. अभिषेक झा ने बताया कि कोरोना का आतंक थोड़ा कम हुआ तो लोग लापरवाही बरतने लगे। अब फिर से सभी सचेत हो गए हैं। ऐसे में बचाव के लिए बताए जा रहे सभी नियमों का पालन करना चाहिए। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं। इसके लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है।
अमूमन प्रत्येक परिवार की रसोई में ऐसी चीजें उपलब्ध रहती हैं, जिनका उपयोग करके रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। एक भाग काली मिर्च, दो भाग दालचीनी, चार भाग सोंठ और आठ भाग तुलसी लेकर उसका मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को अच्छी तरह से उबाल लें। सुबह और शाम के समय इस काढ़ा का नियमित रूप से सेवन करें। रात के समय सोने से पहले गुनगुने दूध या गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी डालकर पिएं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में गिलोय बहुत कारगर है। नियमित रूप से सेवन करें। कोरोना को हराना है तो मास्क लगाना जरूरी फोटो : 11 एसएएम 02 जासं, समस्तीपुर : कोरोना को हराने में मास्क कारगर हथियार है, जिससे इस पर काबू पाया जा सकता है। इसके सरकार के साथ स्वास्थ्य विभाग भी मान चुका है। चूंकि यह संपर्क से फैलने वाला संक्रमण है। इसलिए इसमें थोड़ी दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जाती है। लापरवाही के कारण इस मामले में लगातार वृद्धि हुई है। मास्क के बिना इस रोग पर काबू पाना संभव नहीं है। हालांकि पुलिस प्रशासन के तरफ से निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इसपर और सख्ती की जरूरत है। कहते हैं चिकित्सक
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. सैयद मेराज इमाम का कहना है कि कोरोना नाक व मुंह से निकले ड्रॉपलेट्स के कारण फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर व्यक्ति के नाक व मुंह से वायरस के कण हवा निकलते हैं, जो हवा के माध्यम से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति के सांस लेने के क्रम में मुंह के माध्यम से प्रवेश कर जाते हैं। इससे दूसरा व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है। इसलिए मास्क सभी के लिए जरूरी है। दूसरी बात यह है कि संक्रमित व्यक्ति के पास बैठने से निकलने वाले वायरस हाथ पर आ सकते हैं। इससे अपना नाम व मुंह को छूने पर ये स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए हाथों की सफाई व शारीरिक दूरी का अनुपालन करने की सलाह दी जाती है।