चुनाव बाद अब जीत-हार के फैसले पर शुरू हो गई कयासबाजी

समस्तीपुर। मोहिउद्दीननगर में लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद अब चौक-चौराहे पर जीत-हार के फैसले की चर्चा अभी से शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Apr 2019 11:13 PM (IST) Updated:Tue, 30 Apr 2019 11:13 PM (IST)
चुनाव बाद अब जीत-हार के फैसले पर शुरू हो गई कयासबाजी
चुनाव बाद अब जीत-हार के फैसले पर शुरू हो गई कयासबाजी

समस्तीपुर। मोहिउद्दीननगर में लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद अब चौक-चौराहे पर जीत-हार के फैसले की चर्चा अभी से शुरू हो गई है। आंकड़ों का गणित बैठाने में लोग उलझ गए हैं। प्रत्याशियों के समर्थकों की सांसे अटकी हुई है। कौन जीतेगा और कौन हारेगा, इसका फैसला ईवीएम में बंद है, लेकिन कयासबाजी शुरू हो गई है। अपने उम्मीदवार के जीत के दावे पर दाव लगाया जाने लगा है। मतदान के बाद बहस का मुद्दा बदल गया है। बहस का विषय किसी के लिए जातीय समीकरण है तो कोई मतों के बिखराव को आधार बनाकर जीत-हार को अपने चश्मे से देख रहा है। कुछ लोग मतों के प्रतिशत पर गणित बैठाकर जीत हार का अंतर तक बताने से नहीं थक रहे हैं। चुनाव के धुरंधर भी परिणाम नहीं बता पाते, लेकिन कयासबाजी जोरों पर है। अपने समर्थित उम्मीदवार के जीत का दावा करके दाव भी लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। कहीं धन दाव पर लगाया जा रहा है तो कहीं परिणाम घोषित होते ही दावत देने की बात कही जा रही है। अब तो यह 23 मई को ही साफ होगा कि कौन जीता और कौन हारा, कितु इतना तो तय है कि यह बहस चुनाव परिणाम घोषित होने तक चलता रहेगा। मो.नगर स्थित राजकीयकृत विद्यालय राजाजान से थोड़ी दूरी चौराहे पर कुछ लोग मतदान के बाद चुनाव परिणाम को लेकर परिचर्चा में लगे हैं। परिचर्चा में शामिल 90 वर्षीय वृद्ध नोखे राय कहते हैं कि अभी तक क़रीब 10 बार से अधिक लोकसभा में मतदान किया है। कहते हैं अब राजनीति बेहद निचले स्तर पर पहुंच गई है और आरोप प्रत्यारोप ऐसे लगाए जा रहे हैं, जैसे व्यक्तिगत लड़ाई हो। राजनीतिज्ञों में शालीनता का अभाव दिखता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का भी सम्मान किया जाना चाहिए और विपक्ष को चाहिए कि वह सत्ता पक्ष को भी प्रोत्साहित करे। वहीं चंद्रदीप पासवान, भोला प्रसाद सिंह, विश्वनाथ साह, सिंहेश्वर राय भी लोगों से अपना मत साझा कर रहे हैं। हालांकि सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद है। यह अटकलबाजी 23 मई तक चलता रहेगा। परिणाम घोषित होने के बाद ही इस पर विराम लगेगा।

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