बोरियाडीह के सरपंच समेत 26 नामजद, 80 अज्ञात भी आरोपित

विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बोरिया डीह गांव में आक्रोशित भीड़ की पिटाई से सोनू कुमार राय की हत्या मामले में एक प्राथमिकी दर्ज हुई है। मृतक की मां सुधा देवी ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 11:54 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 11:54 PM (IST)
बोरियाडीह के सरपंच समेत 26 नामजद, 80 अज्ञात भी आरोपित
बोरियाडीह के सरपंच समेत 26 नामजद, 80 अज्ञात भी आरोपित

समस्तीपुर । विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बोरिया डीह गांव में आक्रोशित भीड़ की पिटाई से सोनू कुमार राय की हत्या मामले में एक प्राथमिकी दर्ज हुई है। मृतक की मां सुधा देवी ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। जिसमें 26 को नामजद करते हुए 70 से 80 अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया है। इसमें बोरिया पंचायत के सरपंच गणेश प्रसाद सिंह, मनोज महतो, रामनंदन महतो, बलदेव महतो, सुनील कुमार, कैलाश महतो, मुनेश्वर महतो उर्फ लाल बाबा, शंकर महतो और उसकी पत्नी, गंगा प्रसाद महतो, संजीव कुमार, राजकुमार पासवान, नरेश पासवान, लड्डू लाल राय उर्फ गन्हेरी, उषा देवी, सुखदेव राय, बेबी देवी, करीना कुमारी, स्वाति कुमारी, मीना देवी, महेश महतो, बासुदेव राय, चंदू सिंह, कुमोद देवी, राम पुकार राय और रजनीश महतो समेत 80 अज्ञात लोग शामिल है। कहा है कि उसके पुत्र को आरोपियों द्वारा अपहरण कर लेने के बाद गांव के ही एक चौक पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। गांव के ही सोनू राज का शव बूढ़ी गंडक नदी किनारे मिली थी। इस घटना में उसके निर्दोष पुत्र को आरोपियों ने एक सोची समझी साजिश के तहत दोषी मानते हुए पीट-पीटकर हत्या कर दी है। आपसी विवाद को लेकर हुई थी सोनू राज की हत्या विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बोरिया डीह गांव की बहुचर्चित घटना सोनू राज हत्याकांड का पर्दाफाश पुलिस ने 10 दिनों के अंदर कर लिया है। घटना का कारण पुरानी आपसी रंजिश बताया गया है। पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले पांच युवकों का नाम सार्वजनिक किया है। सोनू राज हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार सोनू कुमार राय उर्फ डिगला बताया जाता है, जो उमड़ी जनाक्रोश में पीट-पीटकर मारा गया। उक्त जानकारी विभूतिपुर थाना परिसर में प्रेस वार्ता के दौरान रोसड़ा एसडीपीओ सहरियार अख्तर ने साझा की। बताया कि पुलिस कई अन्य बिदुओं पर भी जांच में जुटी है। इस घटना को लेकर पुलिस ने टीम गठित की थी। एसडीपीओ की मानें तो जन आक्रोश में जख्मी युवक कृष्णा साह उर्फ जर्सी को ग्रामीणों के चंगुल से बचाकर पुलिस ने इलाज कराया था। कृष्णा इस हत्याकांड के खुलासे में पुलिस के लिए सहायक सिद्ध हुआ। कांड में गांव के ही मिथिलेश कुमार राम, कृष्णा साह उर्फ जर्सी और विपिन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि हत्याकांड में संलिप्त अभिषेक कुमार को गिरफ्तार करने हेतु पुलिस सघन छापेमारी में जुटी है। हालांकि,सोनू राज हत्याकांड के कारणों को जान पुलिस हैरान है। जिसे सार्वजनिक करने से पुलिस परहेज करती नजर आई। उन्होंने बताया कि विगत 14 जनवरी की संध्या बोरिया वार्ड 12 निवासी महेश महतो का एकलौता पुत्र सोनू राज लापता हो गया था। इसको लेकर लापता छात्र के पिता महेश महतो ने स्थानीय थाने में एक कांड दर्ज कराई। विगत 18 जनवरी को बूढ़ी गंडक नदी किनारे बोरिया बांध के समीप लापता सोनू राज का शव मिला। इसकी सूचना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मामले के मुख्य सूत्रधार सोनू कुमार राय को पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उमड़ी जनाक्रोश की भेंट चढ़ने से पूर्व मिथिलेश कुमार को बचाने में सफलता पाई थी। यह कारगर साबित हुआ। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए एसडीपीओ ने बताया कि ग्रामीणों के हाथों पीट-पीटकर हत्या कर दिए गए सोनू कुमार राय के स्वजन ने भी स्थानीय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पुलिस विभिन्न बिदुओं पर बारीकी से तफ्तीश में जुटी है। मौके पर थानाध्यक्ष कृष्ण चंद्र भारती, एसआई विशद विश्वास, फैजुल अंसारी, ब्रजेश कुमार, पुलिस पदाधिकारी दिनेश सिंह आदि रहे।

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