शिलान्यास के बाद भी नहीं बन रहा ओवरब्रिज

सहरसा: शहर के अति व्यस्ततम मार्ग बंगाली बाजार में अब तक रेल ओवर ब्रिज नहीं बन सका है। शह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jun 2018 06:56 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jun 2018 06:56 PM (IST)
शिलान्यास के बाद भी 
नहीं बन रहा ओवरब्रिज
शिलान्यास के बाद भी नहीं बन रहा ओवरब्रिज

सहरसा: शहर के अति व्यस्ततम मार्ग बंगाली बाजार में अब तक रेल ओवर ब्रिज नहीं बन सका है। शहर की ह्दयस्थली कही जानेवाली शंकर चौक चौराहा रेल ओवर ब्रिज नहीं रहने के कारण हर हमेशा जाम से त्रस्त रहता है। शहर को दो भागों में बांटनेवाली रेल पटरी के ऊपर रेल ओवर ब्रिज बनाने के लिए देश के राजनीतिज्ञों द्वारा चार-चार बार शिलान्यास किया जा चुका है। लगातार शिलान्यास के बाद भी इस ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया। सरकार की नई पालिसी के तहत अब इसका निर्माण एनएचआई करेगी। इसके निर्माण के लिए एनएचआई ने कई बार टेंडर भी निकाला लेकिन किसी संवेदक ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।

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वर्ष 2014 में मिट्टी जांच

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वर्ष 2014 में ही राइटस कंपनी एजेंसी ने बंगाली बाजार में रेल ओवर ब्रिज बनाने के लिए मशीन लगाकर काम शुरू किया गया। उस समय मिटटी जांच के लिए दस लाख रूपये दिए। लेकिन कुछ ही दिनों बाद मशीन कहां गयी पता ही नहीं चल सका है। इधर हाल के दिनों में एनएचआई ने ओवरब्रिज बनाने के लिए टेंडर निकालने की प्रक्रिया की लेकिन काम आगे नहीं बढ़ पाया है।

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चार बार हो चुका है शिलान्यास

शहर के बंगाली बाजार में रेल ओवर ब्रिज बनाने के लिए चार-चार बार शिलान्यास हो चुका है। लेकिन आज तक रेल ओवर ब्रिज नहीं बन सका है। सबसे पहले वर्ष 1997 में तत्कालीन रेल राज्यमंत्री दिग्विजय ¨सह ने सहरसा में रेल ओवर ब्रिज का शिलान्यास किया था। इसके बाद वर्ष 1998 में तत्कालीन केन्द्रीय रेल मंत्री रामविलास पासवान ने सहरसा में ओआरबी का शिलान्यास किया। 12 जून 2005 को बड़ी रेल लाइन के उद्घाटन के अवसर पर तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने रेल ओवर ब्रिज का शिलान्यास तीसरी बार हुआ। इसके बाद 22 फरवरी 2014 को तत्कालीन रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी ने ओवरब्रिज का शिलान्यास किया। चार-चार शिलान्यास के बाद अब तक रेल ओवर ब्रिज का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है।

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रेल ओवर ब्रिज बनने से मिलेगी जाम से मुक्ति

शहर के बंगाली बाजार में रेलवे ढाला पर बैरियर हर हमेशा लगा रहता है। स्टेशन पास होने के कारण रेलवे ढाला दिन भर गिरा ही रहता है। रेलवे ढाला का बैरियर गिरे रहने से हर हमेशा यहां घंटो जाम लगा रहता है। करीब दो दर्जन से अधिक इंजन का सें¨टग दिन भर होता रहता है। बंगाली बाजार में जाम लगने के कारण दोनों ओर लोग वाहन के साथ घंटों फंसे रहते हैं। अगर रेल ओवर ब्रिज बन गया तो जाम से शहरवासियों को मुक्ति मिलेगी।

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एनएचआई बनाएगी ओवरब्रिज

शहर के बंगाली बाजार रेलवे ढाला पर ओवर ब्रिज एनएचआई बनाएगी। रेलवे ने इस संबंध में अपनी सहमित एनएचआई को दे दी है। रेल ओवरब्रिज बनाने की जिम्मेवारी एनएचआई की है।

आरके जैन, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल

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