नदी में समा सकता किताबुल का आशियाना

सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के ई टु स्पर के अपस्ट्रीम व रिटायर बांध के समीप नदी का दबाव अभी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Sep 2018 01:22 AM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 01:22 AM (IST)
नदी में समा सकता किताबुल का आशियाना
नदी में समा सकता किताबुल का आशियाना

सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के ई टु स्पर के अपस्ट्रीम व रिटायर बांध के समीप नदी का दबाव अभी भी बना हुआ है। लगातार दबाव के कारण नायलोन क्रेट, जिओ बैग, क्रैट बांस पाइ¨लग के सहारे दिए गए बालू भरा बोरा नदी में खिसकता जा रहा है। सुरक्षात्मक कार्य के तहत जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की देखरेख में संवेदकों द्वारा नियंत्रण का प्रयास जारी है। नदी के दबाव के कारण मोहम्मद किताबुल एवं अब्बास का आशियाना कभी भी नदी में समा सकता है। क्लोजर बांध पर भी नदी की मुख्यधारा कटाव करते हुए धीरे-धीरे पहुंच रही है। रिटायर बांध पर पहाड़पुर, बगहाखाल, छतवन, बरियाही आदि गांव के के सैकड़ों विस्थापित परिवार सालों से बसे हुए हैं। इन विस्थापित परिवारों के समक्ष उजड़ने का संकट गहरा गया है। कई लोग आशियाना खड़ा करने के लिए नए स्थानों की तलाश शुरू कर दी है। यहां बसे दिनेश यादव, झौली यादव ने बताया कि विभाग सुस्ती बरत रही है मौका मिलते ही कोसी रौद्र रूप ले लेती है।

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