कोचस के बगीचा में फिर मिले दस मृत कौवे

रोहतास। नगर पंचायत में कौआ के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। एकबार फिर बुधवार को भी कोचस गांव से उत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 06:48 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 06:48 PM (IST)
कोचस के बगीचा में फिर मिले दस मृत कौवे
कोचस के बगीचा में फिर मिले दस मृत कौवे

रोहतास। नगर पंचायत में कौआ के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। एकबार फिर बुधवार को भी कोचस गांव से उतर पूरब ¨सहाजी के बगीचे में करीब दस कौवे मृत पाए गए हैं। लगातार हो रहे कौओं की मौत से आसपास के लोग वर्ड फ्लू की आशंका से सहमे हुए हैं। पूर्व जिला पार्षद मुन्ना पासवान ने बताया कि गत दिनों बगीचे में मृत पाए गए कौओं का सेंपल लैब में जांच के लिए भेजा गया था तथा जिला पशु स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा केमिकल डालकर मृत कौओं को दफना दिया गया था। जांच के बाद वर्ड फ्लू के विषाणु पाए जाने पर जिला से लेकर पटना तक से कई बार जांच टीम भी आई। टीम ने नगर पंचायत से लेकर स्थानीय पीएचसी तक को साफ सफाई को लेकर कई आवश्यक निर्देश भी दिया गया, लेकिन न तो आवश्यक दवाओं का छिड़काव हुआ और न ही साफ सफाई पर ध्यान दिया गया। यहां तक कि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा भी अबतक एहतियात के तौर पर कोई खास पहल नहीं की जा सकी है। जिसका नतीजा है कि वर्ड फ्लू के विषाणु के चलते कौओं के मरने का सिलसिला जारी है। जानकारों की मानें तो वर्ड फ्लू के विषाणु की रोकथाम के लिए सोडियम हाईपोक्लोराईड दवा का छिड़काव अति आवश्यक है, लेकिन दवा के छिड़काव के लिए अभी तक मशीन की व्यवस्था विभाग द्वारा नहीं की जा सकी है।यहां तक कि चूना एवं वि¨ल्चग का छिड़काव भी भरपूर मात्रा में नहीं किया जा सका है। बताया कि यहां हर जगह पर चूना एवं वि¨ल्चग पाउडर का छिड़काव अति आवश्यक है, लेकिन नगर पंचायत व पीएचसी प्रशासन सुस्त पड़ा है। इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी अर¨वद कुमार ने बताया कि वर्डफ्लू की रोकथाम के लिए जो भी आवश्यक कदम हैं, उसे उठाया जा रहा है।सूचना के तत्काल बाद ही स्वास्थ्य कर्मियों की टीम को नगर पंचायत में भेजा गया है।

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