कार्रवाई: बंद खदान क्षेत्र से 50 हजार सीएफटी जब्त हुए पत्थर

रोहतास। डीएम पंकज दीक्षित व एसपी सत्यवीर सिंह के संयुक्त नेतृत्व में गुरुवार को बंद पड़े पत्थर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 06:46 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 06:16 AM (IST)
कार्रवाई: बंद खदान क्षेत्र से 50 हजार सीएफटी जब्त हुए पत्थर
कार्रवाई: बंद खदान क्षेत्र से 50 हजार सीएफटी जब्त हुए पत्थर

रोहतास। डीएम पंकज दीक्षित व एसपी सत्यवीर सिंह के संयुक्त नेतृत्व में गुरुवार को बंद पड़े पत्थर खदान क्षेत्र में छापेमारी की गई। जिसमें तोड़े गए 50 हजार सीएफटी पत्थर को जब्त किया गया। साथ ही धंधेबाजों के ठिकाने को भी ध्वस्त किया गया। लंबे समय के बाद करंवदिया व बांसा के बंद पड़े पत्थर खनन क्षेत्र में हुई छापेमारी से धंधेबाजों व माफिया में हड़कंप सा रहा। सड़क से खनन क्षेत्र तक धंधेबाजों की मुखबीरी करने वाले लाइनर फरार हो गए थे। बहरहाल खदान क्षेत्र में पूरी तरह से सन्नाटा रहा। अवैध खनन पर लगाम के दावे की खुली पोल :

लंबे अंतराल के बाद करवंदिया पहाड़ी इलाके में हुई छापेमारी में प्रशासनिक दावे की भी पोल खुल गई। कल तक अवैध खनन पूरी तरह बंद होने के दावे करने वाले अधिकारी भी मौन दिखे। हालांकि भारी मात्रा में जब्त पत्थर को देख डीएम ने खनन, वन व पुलिस महकमा के अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई। छापेमारी दल में डीएम व एसपी के अलावा डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, एएसपी अभियान दुर्गेश कुमार, सदर एएसपी ह्दयकांत, सदर एसडीएम राज कुमार गुप्ता व खनन विभाग के सहायक निदेशक विकास कुमार पासवान व अन्य अधिकारियों के अलावा विभिन्न थानों की पुलिस शामिल थी। पूरी तरह छावनी में तब्दील रहा क्षेत्र :

छापेमारी प्रारंभ करने से पूर्व करवंदिया व बांसा खदान क्षेत्र की पूरी तरह से कीलेबंदी कर दी गई थी। चप्पे-चप्पे सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया था, ताकि अवैध खनन कार्य में लगे लोगों को भागने का मौका न मिले। सुरक्षा बलों के साथ पुलिस अधिकारियों को भी तैनात किया गया था। चार घंटे से भी अधिक समय तक चली कार्रवाई में धंधेबाजों को भी चिन्हित करने का कार्य किया गया है। जिसके विरूद्ध विस्फोटक व खनन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने में प्रशासन जुट गया है। अवैध खनन को ले अक्सर गरजती है बंदूकें :

जून 2012 में करवंदिया पहाड़ को खनन कार्य से पूरी तरह मुक्त करने के बाद आज खनन करने को ले धंधेबाजों के बीच बंदूकें गरजती रहती है।दस दिन पूर्व करवंदिया क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर दो बार गोली-बारी की घटना चुकी है। लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई के बावजूद धंधेबाज अपने धंधे को जारी रखने के लिए नई-नई जुगाड़ निकालने में आगे रहे हैं। जबकि प्रशासन ने खदान तक जाने वाली रास्तों को कई बार ध्वस्त करने का भी काम किया है, लेकिन माफिया व धंधेबाज रास्ता को भर अपनो धंधे को जारी रखने में कामयाब रहे हैं।

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