सब्जी की कालाबाजारी की शिकायत पर प्रशासन सख्त

स्थानीय थाने में तैनात आइपीएस परिक्ष्यमान शौर्य सुमन सब्जी की लोगों से कालाबाजारी की मिल रही शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने लगे हैं। जिससे सब्जी विक्रेताओं को सबक सिखाए जाने के बाद से लोगों को काफी राहत मिली है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Mar 2020 10:12 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 06:14 AM (IST)
सब्जी की कालाबाजारी की शिकायत पर प्रशासन सख्त
सब्जी की कालाबाजारी की शिकायत पर प्रशासन सख्त

स्थानीय थाने में तैनात आइपीएस परिक्ष्यमान शौर्य सुमन सब्जी की लोगों से कालाबाजारी की मिल रही शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने लगे हैं। जिससे सब्जी विक्रेताओं को सबक सिखाए जाने के बाद से लोगों को काफी राहत मिली है।

काराकाट, गोड़ारी, मोथा समेत अन्य सब्जी मंडियों में विक्रेताओं ने अपनी दुकानों पर सब्जियों का रेट चार्ट लगा दिया है। शिक्षक अनिल कुमार पासवान ने बताया कि सब्जी की कीमतों में आई अचानक उछाल की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ प्रशांत कुमार व प्रशिक्षु आइपीएस ने गोड़ारी , काराकाट , करूप व मोथा आदि सब्जी मंडियों का तुरत जायजा लिया व दुकानदारों से अलग-अलग जाकर रेट की जानकारी ली। इस दैरान आलू की दर 120 रुपये प्रति पांच किलो सुनते ही बिफर उठे। जब लॉकडाउन से पहले आलू 80 रुपये प्रति पांच किलो मिल रहा था, आज 120 रुपया क्यों ? सब्जियों की अधिक कीमत वसूलना आप सबों के लिए महंगा साबित हो सकता है। ख्याल रहे कालाबाजारी व जमाखोरी कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। लॉकडाउन के नाम पर आवक में कमी दिखाकर अवैध वसूली बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सब्जियों का एक अनुमानित मूल्य निर्धारण करते हुए उसी वक्त दुकानों पर रेट चार्ट लगाने व ग्राहकों से सब्जियों की यही रेट लेने की सख्त हिदायत दी। कहा कि आगे से जिन दुकानों पर मूल्य तालिका नहीं दिखी, उनकी खैर नहीं होगी। बाहर से सब्जी हो या राशन ले आने में आप सबको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बस भीड़- भाड़ नहीं करना है। दूरी बनाकर रहना है। प्रशासन की इस पहल से लोगों को काफी राहत मिली है।

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