एसबीआइ आंचलिक कार्यालय हटाने को विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू

पूर्णिया। एसबीआइ आंचलिक कार्यालय के भागलपुर आंचलिक कार्यालय में विलय के विरोध में विभिन्न संगठ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 08:17 PM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 08:17 PM (IST)
एसबीआइ आंचलिक कार्यालय हटाने को विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू
एसबीआइ आंचलिक कार्यालय हटाने को विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू

पूर्णिया। एसबीआइ आंचलिक कार्यालय के भागलपुर आंचलिक कार्यालय में विलय के विरोध में विभिन्न संगठन के सदस्यों ने अनिश्चिकालीन धरना शुरू कर दिया है। सोमवार को ग्राहक संघर्ष समिति और वाइस ऑफ पूर्णिया के बैनर तले लोग आंचलिक कार्यालय के सामने धरना पर बैठे। इसमें शहर के बुद्धिजीवी सहित सभी वर्ग के लोग शामिल हुए। बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि जब तक पूर्णिया आंचलिक कार्यालय का भागलपुर में विलय के निर्णय को बदला नहीं जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। धरना पर बैठे लोगों ने बताया कि कुछ माह पहले एसबीआई के उच्च अधिकारियों ने पूर्णिया में चालीस वर्षो से संचालित आंचलिक कार्यालय में भागलपुर आंचलिक कार्यालय के विलय का निर्णय लिया। इसके बाद निर्णय को बदलते हुए उच्च अधिकारियों ने पूर्णिया आंचलिक कार्यालय का विलय भागलपुर में करने का फैसला लिया। यह निर्णय बिल्कुल गलत है और वर्तमान केंद्र एवं राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने वाला है। लोगों ने कहा कि भागलपुर एसबीआई आंचलिक कार्यालय किराये के मकान में किराया देना पड़ता है जबकि पूर्णिया आंचलिक कार्यालय का अपना भवन है जहां किराया नहीं देना पड़ता है। भागलपुर आंचलिक कार्यालय के पास प्रशिक्षण केंद्र नहीं है जबकि पूर्णिया में एसबीआई के निजी भवन में प्रशिक्षण केंद्र है। भागलपुर ने कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए आवास नहीं है लेकिन पूर्णिया में कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए उच्च कोटि का आवास निजी भवन में बना हुआ है। पूर्णिया का आंचलिक कार्यालय बिहार और झारखंड में सबसे बड़ा है। इसके अंतर्गत 275 शाखाएं है जो भागलपुर से बहुत अधिक है। पूर्णिया आंचलिक कार्यालय के अधीन पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी जिला है। इन जिले से भागलपुर जाना काफी कठिन और दूर हो जाएगा। एसबीआई की ओर से हाल में जारी उपलब्धि में पूरे इंडिया में पूर्णिया आंचलिक कार्यालय की उपलब्धि तीसरा और बिहार व झारखंड में पहला रिकार्ड हुआ है। पूर्णिया आंचलिक कार्यालय की तमाम उपलब्धि और उपभोक्ता सुविधा रहते हुए भागलपुर में विलय के निर्णय को रद करने की मांग की है। इस मौके पर कुमार मनोरंजन, सरोज कुमार, विजय श्रीवास्तव, विजय कुमार, अखिलेश कुमार, बबलू कुमार, दीपक कुमार, पूरण कुमार, वरूण कुमार सहित अन्य लोग शामिल थे।

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