पूर्णिया में हत्या.. जमशेद के फोन पर धोबिया टोला पहुंचा था गुडडू मियां, नौ पर मुकदमा
गुरुवार को दिनदहाड़े कई जघन्य मामलों में आरोपित रहे गुडडू मियां की हत्या को लेकर नामजद केस दर्ज कराया गया है।
पूर्णिया। गुरुवार को दिनदहाड़े कई जघन्य मामलों में आरोपित रहे गुडडू मियां की हत्या को लेकर नामजद केस दर्ज कराया गया है। गुडडू मियां के भाई के बयान पर छोटू यादव, सोनू यादव, कुणाल झा, राहुल सिन्हा, रिषु झा, रवि ठाकुर, राजू राय, अमरजीत राय एवं मंगनी देवी को नामजद किया गया है। मामले में पांच अज्ञात की भी संलिप्पता बताई गई है।
इधर, पुलिस की जांच लगातार जारी है। अब तक के काल डिटेल से यह साफ हो गया है कि जमशेद नामक व्यक्ति के फोन पर ही गुडडू मियां घर से निकलकर धोबिया टोला पहुंचा था। धोबिया टोला में जिस समय मंगनी देवी से वह बातचीत कर रहा था, उसी दौरान बाइक सवार पांच अपराधी वहां धमक गए और उसे अपने घेरे में ले लिया। खुद को अपराधियों के घेरे में देख वह वहां से भागने लगा। हमलावरों ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया और ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। कुल नौ गोलियां उसे मारी गईं और जब तक उसकी मौत नहीं हो गई, तब तक अपराधी वहां डटे रहे।
बता दें कि गुरुवार की दोपहर धोबिया टोला स्वास्थ्य केंद्र के समीप दो बाइक पर पहुंचे पांच सशस्त्र अपराधियों ने गुडडू मियां की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल भी काटा था। आक्रोशित लोगों ने मधुबनी चौक पर शव रखकर जमकर उपद्रव मचाया था। प्रथमदृष्टया हत्या का कारण जमीन ब्रोकरी से संबंधित विवाद बताया जा रहा है। यद्यपि पुलिस कई अन्य बिदुओं पर जांच कर रही है। जेलर हत्याकांड के बाद कुख्यात हुआ गुडडू मियां
गुडडू मियां अपराध की दुनिया का चर्चित नाम था। सन 2004 में पूर्णिया मंडल कारा के जेलर हत्याकांड से वह सूर्खियों में आया था। उस समय वह इलाके का कुख्यात अपराधी रमेश यादव का दाहिना हाथ हुआ करता था। सूबे में चर्चित मुदित अपहरण कांड, शहर के कई प्रतिष्ठित व्यवसायियों की हत्या से लेकर कई मामलों में वह आरोपित रहा था। इसके अलावा डेढ़ साल पूर्व मधुबनी बाजार में हुए गोलीकांड में भी वह आरोपित रहा था और उस मामले में भी उसकी गिरफ्तारी हुई थी। एक साल पूर्व वह जेल से जमानत पर बाहर आया था। हाल के वर्षों में वह जमीन ब्रोकरी के धंधे में काफी सक्रिय था और शहर के ब्रोकरों की जमात में अपना अलग वजूद बना लिया था। इस धंधें में उसकी दबंगता के कारण उसके दुश्मनों की लंबी फौज तैयार हो गई थी। गुलाबबाग के भी एक बड़े ब्रोकर के साथ व्यापक स्तर पर उसका धंधा चल रहा था। हत्यारोपितों के घर दिनभर चली छापेमारी
इधर इस घटना को लेकर खजांची हाट थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी आनंद कुमार गुप्ता की अगुवाई में पुलिस ने हत्याकांड के नामजद छोटू यादव, सोनू यादव, राहुल सिंहा, रवि ठाकुर के साथ मंगनी देवी के घर भी छापेमारी की गई। यद्यपि पुलिस को कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी है। एक आरोपित के घर से पुलिस को खून से सना एक शर्ट मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन पुलिस फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।