जनता को समझाने व देश बचाने को आज बिहार की यात्रा पर निकलेंगे उपेंद्र कुशवाहा

रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा आमरण अनशन के बाद अब बिहार की यात्रा पर निकलेंगे। वे यह यात्रा जनता को समझाने व देश बचाने के लिए कर रहे हैं। इसकी शुरुआत 26 दिसंबर से हो रही है।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 24 Dec 2019 04:12 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 11:05 AM (IST)
जनता को समझाने व देश बचाने को आज बिहार की यात्रा पर निकलेंगे उपेंद्र कुशवाहा
जनता को समझाने व देश बचाने को आज बिहार की यात्रा पर निकलेंगे उपेंद्र कुशवाहा

पटना, जेएनएन। राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा आमरण अनशन के बाद अब बिहार की यात्रा पर निकलेंगे। वे यह यात्रा जनता को समझाने व देश बचाने के लिए कर रहे हैं। कुशवाहा अपनी यात्रा 26 दिसंबर से शुरू कर रहे हैं और इसका समापन अगले साल आठ जनवरी को होगा। इस यात्रा के दौरान वे बिहार के कई जिलों का भ्रमण करेंगे। रत्रि विश्राम भी वे जिलों में ही करेंगे। उन्‍हाेंने अपनी यात्रा का नाम दिया है- 'समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा'। इसकी शुरुआत वे महात्‍मा गांधी की कर्मभूमि मोतिहारी से ही करेंगे। रालोसपा की ओर से मंगलवार को यात्रा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा पर गुरुवार को निकलेंगे। बिहार के मोतिहारी से इसकी शुरुआत होगी तथा पहले दिन बेतिया में इसका समापन होगा। इसके बाद 28 दिसंबर (शनिवार) को सहरसा से पूर्णिया तक यात्रा होगी। फिर 30 दिसंबर (सोमवार) को कुशवाहा की यात्रा नवादा से गया तक होगी। इसके बाद यह यात्रा नये साल में होगी।

कुशवाहा फिर नये साल में चार जनवरी (शनिवार) को अवरल से औरंगाबाद, छह जनवरी (सोमवार) को सासाराम से आरा तथा आठ जनवरी (बुधवार) को सीतामढ़ी से मधुबनी तक यात्रा करेंगे। मधुबनी में ही पहले चरण का समापन होगा। बताया जाता है कि समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा के तहत वे लोगों को मोदी सरकार व नीतीश सरकार की खामियों को उजागर करेंगे। शिक्षा से लेकर स्‍वास्‍थ्‍य और बेरोजगारी जैसी समस्‍याओं से लोगों को अवगत कराएंगे। 

पटना में बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में रालेसपा प्रमुख  उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उनकी यह यात्रा महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से प्रारंभ होगी। यात्रा का नाम समझो-समझाओ और देश बचाओ दिया गया है। उन्‍होंने झारखंड में महागठबंधन की जीत पर हेमंत सोरेन को बधाई दी और कहा कि झारखंड की नई सरकार खूब काम करेगी। जिन लोगों को जनता ने कभी काम करने का जनादेश दिया वे अपने लाभ के लिए देश में आग लगाते रहे। हमारे पूर्वजों ने इस देश को बनाकर उन्हें सौंपा था, उसे वे बरबाद कर रहे थे।

कुशवाहा ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। कहा, मोदी सरकार में साढ़े चार साल तक मंत्री रहे। व्यक्तिगत तौर पर वे पीएम मोदी का सम्मान करते हैं, लेकिन रामलीला मैदान में जिस अंदाज में वे झूठ बोल रहे थे, वह स्वीकार्य नहीं। मोदी के प्रमुख सलाहकार अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा तक ने संसद में डिटेंशन कैंप पर अपना पक्ष रखा और कहा कि इस पर काम हो रहा है, लेकिन मोदी कह रहे हैं देश में कोई डिटेंशन कैंप है ही नहीं। कुशवाहा ने कहा, देश खतरे में है इसलिए वे यात्रा पर निकल रहे हैं। 

गौरतलब है कि हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा पटना में भूख हड़ताल पर बैठे थे। हालत बिगड़ी तो उन्‍हें प्रशासन की ओर से जबर्दस्‍ती पीएमसीएच में एडमिट कराया गया था। कुछ स्थिति सुधरी तो उन्‍हें दिल्‍ली एम्‍स रेफर किया गया था ताकि वे बेहतर इलाज करा सकें। इतना ही नहीं, पीएमसीएच में ही कुशवाहा को महागठबंधन के नेताओं ने जूस पिलाकर आमरण अनशन को खत्‍म कराया था। मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव, हम के मुखिया जीतनराम मांझी, पूर्व मंत्री शरद यादव, वीआइपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मुकेश सहनी समेत कई अन्‍य नेता मौजूद थे।   

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