बिहार में किसानों के आदोलन से सरकार सकते में, हितों का रखा जाएगा भरपूर ख्याल

बिहार में किसान के आंदोलन से केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि वह किसानों के हितों का ख्याल करते हुए शीघ्र उनकी समस्याओं का निपटारा किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 May 2018 01:02 PM (IST) Updated:Wed, 30 May 2018 01:03 PM (IST)
बिहार में किसानों के आदोलन से सरकार सकते में, हितों का रखा जाएगा भरपूर ख्याल
बिहार में किसानों के आदोलन से सरकार सकते में, हितों का रखा जाएगा भरपूर ख्याल

पटना [जेएनएन]। केंद्रीय मंत्री और लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कई मुद्दों पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष कितना भी एकता होने का दावा कर ले उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि न नौ मन तेल होगा और न ही राधा नाचेगी।

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने अपने चार साल का रिपोर्ट कार्ड सबके सामने रखते हुए कहा कि फूड सिक्योरिटी एक्ट 2013 के तहत गरीबों को एक रुपए मोटे अनाज, दो रुपए गेंहू और तीन रुपए चावल मिल रहे हैं। और यह सुविधा अगले साल तक मिलते रहेंगे। इसके अलावा हॉस्टल में रहने वाले अनुसूचित जाति के छात्रों और छात्राओं को सस्ते दर पर अनाज दिए जाने की भी घोषणा की। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ा गया है। इससे देश में दो करोड़ 62 लाख फर्जी राशन कार्ड पकड़े गए हैं। जिन लोगों का राशन कार्ड आधार से नहीं जुड़ा है, उनको भी दूसरे पहचान पत्र पर राशन मिलेगा। रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए रामविलास पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। साथ ही, बिहार में किसानों के आदोलन से सरकार सकते में है। पासवान ने चिंता जाहिर करते हुए बिहार के किसानों को भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द केंद्र की सरकार उनके हितों का ख्याल रखेगी और दाल की कीमतों और उससे जुड़ी समस्याओं को सुलझाएगी।

इसके अलावा भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पर पूछे गए सवाल का पासवान ने कोई साफ जवाब नहीं दिया। लेकिन पासवान ने इशारों-इशारों में उन्हें एक हार्डकोर काग्रेसी बताकर राजनीतिक दाव जरूर खेल दिया। रामविलास पासवास ने कहा कि प्रणब मुखर्जी एक हार्डकोर काग्रेसी रहे हैं। इसके साथ ही देश के वित्त मंत्री और देश के राष्ट्रपति भी रह चुके हैं। ऐसे में आरएसएस के कार्यक्रम में अगर वो शामिल होते हैं तो इसका जवाब या तो आरएसएस या फिर वह खुद ही दे सकते हैं। इसके अलावा विपक्ष में एकजुटता के सवाल पर पासवान ने काग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि न राधा को नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी। मतलब साफ है कि 2019 में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई सीट खाली नहीं है।

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