Bihar Politics: आखिर हो गया फैसला, सीएम नीतीश के छोटे भाई बने उपेंद्र कुशवाहा; कर दी घोषणा
Bihar Politics रालोसपा का जदयू में विलय आखिरकार हो ही गया। रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने इसकी घोषणा की फिर जदयू कार्यालय में सीएम नीतीश ने उनका गले लगाकर स्वागत किया। उपेंद्र कुशवाहा ने इसे वक्त की सियासी जरूरत बताया।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के जनता दल यूनाइटेड (JDU) में विलय (merger) आखिरकार रविवार को हो गया। इसके पहले शनिवार को रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की मौजूदगी में राज्य परिषद एवं जिलाध्यक्षों की अहम बैठक हुई, जिसमें जदयू में विलय का फैसला लेने के लिए पार्टी की राष्ट्रीय परिषद को अधिकृत किया गया। इसके साथ रविवार को रालोसपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जदयू में विलय पर अंतिम मुहर लग गई। फिर, उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के बड़े नेताओं के साथ दोपहर दो बजे के बाद जदयू कार्यालय में पहुंचे, जहां सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गले मिलकर उनका स्वागत किया। वहां विलय की ऑपचारिकता पूरी करी गई।
सीएम नीतीश का मिला था पत्र
इससे पहले शनिवार को उपेंद्र कुशवाहा ने रालोसपा बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि उन्हें न मंत्री बनने की ख्वाहिश है और न ही पत्नी को सरकार में पद दिलाने की लालसा है। हम पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं और नेताओं के हितों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में हार के बाद एक दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोन आया था। इसके बाद उनसे मुलाकात हुई, तभी से रालोसपा के जदयू में विलय की चर्चा शुरू हो गई। मुख्यमंत्री का पत्र भी मुझे मिला जिसमें कई बातें थीं। अब पार्टी ने बड़ा फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है तो निर्णय भी लेंगे। इसके बाद उन्होंने रविवार को पार्टी के जदयू में विलय के फैसले की औपचारिक घोषणा कर दी।
ये रहे मौजूद
शनिवार की बैठक के बाद शाम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव फजल इमाम मल्लिक, प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुशवाहा ने संयुक्त रूप से बैठक की जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि पार्टी के भविष्य की रणनीति का फैसला रविवार को उपेंद्र कुशवाहा की अध्यक्षता में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया जाएगा और प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष रेखा गुप्ता ने और संचालन बृजेंद्र कुमार पप्पू ने किया। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्नेहलता कुशवाहा, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुशवाहा, प्रवक्ता भोला शर्मा, प्रधान महासचिव माधव आनंद, अभियान समिति के अध्यक्ष जीतेंद्र नाथ और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुभाष चंद्रवंशी समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे।