आठ आतंकियों ने जज से कहा- हां, हमने ही बोधगया में बम धमाका किया; दलाई लामा और राज्‍यपाल से भी जुड़ा है ये मामला

Bomb Blast बोधगया बम ब्लास्ट की पटना की एनआइए कोर्ट में चल रही है सुनवाई आठ आतंकियों ने जज से कहा- हां हमने ही किया था बम धमाका 19 जनवरी 2018 को बोधगया में हुआ था बम विस्फोट

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 11 Dec 2021 06:59 AM (IST) Updated:Sat, 11 Dec 2021 06:59 AM (IST)
आठ आतंकियों ने जज से कहा- हां, हमने ही बोधगया में बम धमाका किया; दलाई लामा और राज्‍यपाल से भी जुड़ा है ये मामला
बोधगया बम ब्‍लास्‍ट में जल्‍द आ सकता है फैसला। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, न्यायालय संवाददाता। पटना जंक्‍शन और गांधी मैदान में हुए बम ब्‍लास्‍ट के आरोपितों को सजा सुनाने के बाद अब एनआइए की विशेष अदालत जल्‍द ही बोधगया ब्‍लास्‍ट मामले में भी सजा सुना सकती है। बिहार के बोधगया में हुए बम ब्लास्ट की साजिश रचने के मामले में एनआइए के विशेष न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा की अदालत में आठ अभियुक्तों ने शुक्रवार को लिखित आवेदन देकर अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। इस मामले के एक अभियुक्त ने गुनाह स्वीकार नहीं किया है। अदालत ने इस मामले में सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए 17 दिसंबर की तारीख तय की है।

आरोपितों ने कहा- अपने परिवार के बीच लौटने की ख्‍वाहिश

अपराध स्वीकार करने वालों में अहमद अली उर्फ कालू, दिलावर हुसैन, पैगंबर शेख, मुस्तफा रहमान उर्फ शाहीन उर्फ तुहीन, अब्दुल करीम उर्फ करीम शेख उर्फ इकबाल उर्फ फन्दू शेख, नूर आलम मोमिन, आरिफ हुसैन उर्फ अताकुर उर्फ सैयद उर्फ अनस उर्फ आलमगीर शेख और मोहम्मद आदिल शेख उर्फ अबदुल्लाह उर्फ असादुल्लाह हैं। जहीदुल इस्लाम ने अपना दोष स्वीकार नहीं किया है। सभी अभियुक्तों ने अदालत को दिए आवेदन में कहा है कि वे लंबे समय से जेल में बंद हैं। परिवार, बच्चों और माता-पिता से काफी दिनों से नहीं मिले हैं। वे समाज में लौटना चाहते हैं। इसलिए उनके आवेदन को स्वीकार किया जाए।

19 जनवरी 2018 को हुआ था धमाका

घटना 19 जनवरी 2018 की है। बोधगया में दलाई लामा द्वारा आयोजित निगमा पूजा के दौरान विदेशी बौद्ध धर्मावलंबी प्रवास कर रहे थे। तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी बोधगया में थे। अभियुक्तों ने साजिश के तहत कालचक्र मैदान के मुख्य द्वार के सामने जेनरेटर के नीचे झोले में बम रखा था। दक्षिणी प्रवेश द्वार के चबूतरे पर भी झोला रखा गया था। बोधगया के महाबोधि मंदिर के मुख्य परिसर के गेट नंबर 4 की सीढ़ी के बगल में संदिग्ध वस्तु रखी थी।

एनआइए ने तीन फरवरी को दर्ज किया मामला

संयोगवश आइईडी से आंशिक रूप से विस्फोट हुआ था और बड़ी साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया था। तलाशी के दौरान पुलिस ने विद्युत परिपथ तार, घड़ी मशीन, एवरेडी बैटरी, एक्सप्लोडेड डेटोनेटर, सफेद पाउडर बरामद किया था। पुलिस ने इस मामले में बोधगया थाना में 20 जनवरी 2018 को कांड संख्या  34/2018 दर्ज किया था। बाद में इस मामले को एनआइए को सौंपा गया था। एनआइए ने 3 फरवरी, 2018 को मामला दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था।

chat bot
आपका साथी