बिहार महागठबंधन में खटपट: सुपौल सीट पर अब तक पेच, तेजस्वी के पाले में गेंद
बिहार महागठबंधन में खटपट तेज है। खासकर सुपौल सीट को लेकर मामला गरमा गया है। कांग्रेस-राजद के बीच अंदरुनी खटास बढ़ गई है। यह सीट कांग्रेस के कोटे में है। रंजीत रंजन प्रत्याशी हैं
पटना [जेएनएन]। बिहार महागठबंधन में खटपट तेज है। खासकर सुपौल सीट को लेकर मामला गरमा गया है। कांग्रेस और राजद के बीच अंदरुनी खटास बढ़-सी गई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बुधवार को कहा कि सुपौल सीट को लेकर तेजस्वी यादव फैसला लेंगे। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि सुपौल सीट को लेकर राजद ठीक नहीं कर रहा है।
दरअसल सुपौल सीट कांग्रेस के कोटे में है। सुपौल की राजद इकाई पार्टी उम्मीदवार को खड़ा करने की मांग कर रही है। बुधवार को शरद यादव भी सुपौल पहुंचे थे। वे राजद कार्यालय भी गए थे। वहां के स्थानीय राजद नेताओं ने उन्हें भी घेरा। नेताओं ने साफ कहा कि यदि पप्पू यादव मधेपुरा में महागठबंधन के उम्मीदवार को डिस्टर्ब करेंगे तो राजद भी उनकी पत्नी कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रंजन के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करेगा। हालांकि इस मामले में शरद यादव मीडिया से बचते नजर आए।
बता दें कि सुपौल लोकसभा क्षेत्र 2008 में सहरसा से कट कर बना है। इसके पहले रंजीत रंजन 2004 में सहरसा से सांसद बनी थीं। वहीं 2009 में वह सुपौल सीट से खड़ा हुई, लेकिन हार गईं। इसके बाद रंजीत रंजन 2014 में फिर से वह सुपौल से उम्मीदवार बनीं और इस बार मोदी लहर के बाद भी वह जीत गयीं। कांग्रेस ने उन्हें सुपौल से फिर अपना उम्मीदवार बनाया है।
इधर सुपौल सीट पर बढ़ते तकरार को लेकर कांग्रेस पूरी तरह टेंशन में आ गयी है। बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मीडिया से कहा है कि सुपौल सीट को लेकर राजद का विरोध कहीं से भी ठीक नहीं है। राजद को इस पर संयम से काम लेना चाहिए। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बारे में तेजस्वी यादव को जानकारी दे दी गई है, वही इस पर फैसला लेंगे।