CM नीतीश के खिलाफ तीखे हुए तेजस्‍वी के तेवर, कहा- अहंकार के कारण बिखरा विपक्ष

सीएम नीतीश के खिलाफ डिप्‍टी सीएम तेजस्‍वी यादव के तेवर में तीखापन कम होता नहीं दिख रहा। उन्‍होंने नाम लिए बिना कहा कि अहंकार के कारण विपक्ष बिखरा हुआ है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 25 Jun 2017 08:12 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jun 2017 11:21 PM (IST)
CM नीतीश के खिलाफ तीखे हुए तेजस्‍वी के तेवर, कहा- अहंकार के कारण बिखरा विपक्ष
CM नीतीश के खिलाफ तीखे हुए तेजस्‍वी के तेवर, कहा- अहंकार के कारण बिखरा विपक्ष

पटना [राज्य ब्यूरो]। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तीखे बयान दिए हैं। तेजस्वी ने साफ कहा कि उन्होंने पहले जो बयान दिया था, उसको लेकर भी अफसोस नहीं है। अपने 'दिल की बात' सिरीज के सोशल मीडिया पोस्ट में तेजस्वी और आक्रमक हुए तेजस्वी ने नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर कहा कि अहंकार के कारण विपक्ष बिखरा हुआ है।

तेजस्‍वी ने कहा कि अवसरवाद और जोड़-तोड़ की राजनीति से केवल कुछ ही लक्ष्य हासिल होंगे। हममें से अधिकांश दलों को यह सोचना होगा कि अवसरवादी व्यवहार से हम सरकार बना या बिगाड़ सकते हैैं, लेकिन लोकोन्मुखी राजनीति की चादर बड़ी होनी चाहिए। विपक्ष में गलत प्राथमिकताओं को चुनने वाले लोग भी हैैं।

जदयू ने जताई थी आपत्ति
तेजस्वी का यह बयान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के उस वक्तव्य के कुछ ही घंटे बाद आया है, जिसमें श्री सिंह ने तेजस्वी के 23 जून वाले वक्तव्य पर आपत्ति जताते हुए यह कहा था कि यह गंभीर विषय है। वह हैरान थे कि सरकार में शामिल लोग इस तरह की बात कर रहे।

तेजस्वी ने कहा कि मुझे पता है कि मौजूदा हालात में देश में विपक्ष भी भ्रम की स्थिति में है। भ्रामक व्यवहार और सरकारी तंत्र का डर उन्हें सता रहा है। विपक्षी पार्टियों को यह भी महसूस करना होगा कि राजनीति एक अंशकालिक उद्यम नहीं हो सकता। आप शाम में दो घंटे खेलें और बाकी समय विश्राम करें, इस तरह की राजनीति नहीं कर सकते। यह प्रगतिशील तेवर वाली सामाजिक न्याय की राजनीति नहीं हो सकती। धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को बचाने के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति बनानी होगी।

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आने वाला वक्त हमें माफ नहीं करेगा
तेजस्वी ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी होगा कि सामाजिक न्याय की धारा के इर्दगिर्द मजबूत करने की जरूरत थी पर हम शुतुरमुर्ग हो गए। अगर हम इस वक्त क्रियाशील नहीं होंगे तो आने वाला वक्त हमें माफ नहीं करेगा। सिवाय अफसोस के अफसानों के अलावा कुछ और नहीं होगा हमारे पास। संघ और भाजपा द्वारा प्रोत्साहित भीड़ ने पूरे देश को डर के गणतंत्र में तब्दील कर दिया है।

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