मनोज के मैट्रिक और वीरु के इंटर के प्रमाण पत्र पर शिक्षिका बनी रेखा, बक्‍सर में हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा

Teacher Recruitment Fraud बक्‍सर में शिक्षिका बनने के लिए महिला ने किया इतना बड़ा फर्जीवाड़ा मध्य विद्यालय लक्ष्मणडेरा में पदस्थापित शिक्षिका के विरुद्ध निगरानी ब्रह्मपुर में दर्ज कराई प्राथमिकी शिक्षिका ने वर्ष 2005 में पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई में दिया था आवेदन बनी थी शिक्षिका

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sun, 16 Jan 2022 10:28 AM (IST) Updated:Sun, 16 Jan 2022 10:28 AM (IST)
मनोज के मैट्रिक और वीरु के इंटर के प्रमाण पत्र पर शिक्षिका बनी रेखा, बक्‍सर में हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा
बक्‍सर में पकड़ी गई फर्जी टीचर। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बक्सर, जागरण संवाददाता। Teacher Recruitment Fraud: निगरानी विभाग ने बक्‍सर जिले की एक और फर्जी शिक्षिका का भंडाफोड़ किया है। हैरत की बात यह है कि जिले के मध्य विद्यालय लक्ष्मणडेरा में पदस्थापित उक्त पंचायत शिक्षिका रेखा कुमारी पिता धुरबल यादव ने केवल मैट्रिक या केवल इंटर के ही प्रमाणपत्रों में हेराफेरी नहीं की अपितु, दोनों में ही फर्जीवाड़ा किया और शिक्षिका बन गई। यह शिक्षिका वर्ष 2005 से ही बच्चों को ज्ञान दे रही थीं। अब यह कैसा ज्ञान दे रही होंगी यह सोचने वाली बात है। निगरानी विभाग ने उनके खिलाफ ब्रह्मपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बिहार के सभी जिलों में इस तरह की जांच चल रही है। इस दौरान बक्‍सर, नालंदा और सारण जिले में फर्जीवाड़े के ढेरों मामले सामने आए हैं।

मैट्र‍िक फेल रोल नंबर बन गया फर्स्‍ट डिवीजन

निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी के लिए दिए गए आवेदन में पंचायत शिक्षिका के बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जांच प्रतिवेदन का उल्लेख किया गया है, जिसमें यह कहा गया है कि रेखा कुमारी पिता धुरबल यादव के मैट्रिक का अंक प्रमाण पत्र जिस रोल कोड एवं रोल नंबर से है वह रोल कोड एवं रोल नंबर पर मनोज कुमार पिता मंगरू सिंह श्रेणी फेल दर्ज है। जबकि, शिक्षिका ने प्राप्तांक 514 प्रथम श्रेणी दर्ज किया था।

निगरानी विभाग ने की प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा

यही नहीं, इनके जन्म तिथि में भी हेरफेर है। इसी तरह इंटर कला संकाय के अंक प्रमाण पत्र में उन्होंने प्राप्तांक 630 दर्शाया है। खास बात यह कि वह प्रमाण पत्र भी वीरु कुमार सिंह पिता ललित सिंह के नाम से है और उसमें प्राप्तांक 270 श्रेणी फेल दर्ज है। प्राथमिकी के आवेदन में निगरानी विभाग ने नियोजित शिक्षिका के मैट्रिक एवं इंटर के प्रमाणपत्रों को फर्जी पाते हुए इसे संज्ञेय अपराध करार दिया है तथा शिक्षिका समेत इस कार्य में लिप्त अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान की आवश्यकता जताई है।

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