सुशील मोदी का हमला- मीसा भारती ने भी दान में ली जमीन, चौबे का किया बचाव

भाजपा नेता सुशील मोदी ने एक बार फिर लालू प्रसाद यादव पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि लालू के पास राबर्ट वाड्रा से भी अधिक संपत्ति है।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Tue, 10 Oct 2017 03:44 PM (IST) Updated:Tue, 10 Oct 2017 11:20 PM (IST)
सुशील मोदी का हमला- मीसा भारती ने भी दान में ली जमीन, चौबे का किया बचाव
सुशील मोदी का हमला- मीसा भारती ने भी दान में ली जमीन, चौबे का किया बचाव

पटना [जेएनएन]। भाजपा नेता और बिहार के उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर राजद अध्‍यक्ष लालू परिवार पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि लालू ने संपत्ति बनाने की दौड़ में राबर्ट वाड्रा को भी पीछे छोड़ दिया है। लालू की बेटी मीसा भारती ने भी दान में जमीन ली है। साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अश्चिनी चौबे के विवादित बयान पर उनका बचाव भी किया है।

उप मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्‍मेलन में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार द्वारा जमीन दान लेने का दसवां खुलासा करने का दावा किया। नए खुलासे में उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की बेटी सांसद मीसा भारती को गोपालगंज के सुभाषचंद्र चौधरी ने चार कट्ठा 11 धुर जमीन दान में दी। आखिर मीसा ने क्या सेवा की जो सुभाषचंद्र ने पटना के एसकेपुरी में करोड़ों की जमीन दान कर दी।

सुमो ने कहा कि रघुनाथ झा, हृदयानंद चौधरी, ललन चौधरी, मो. शमीम, सोफिया तबस्सुम, राकेश रंजन, सीमा वर्मा, प्रभुनाथ यादव की तरह सुभाष चौधरी ने भी लालू परिवार को जमीन दान दी। अपने आप को मीसा का मौसा बताने वाले सुभाषचंद्र ने 8 नवम्बर 1993 को 11 लाख 32 हजार नकद देकर जमीन खरीदी। क्या उस समय वे आयकर जमा करते थे। जब राबड़ी सीएम थीं तो 11 नवम्बर 2003 को मीसा को जमीन दान कर दी गई।

मोदी ने दावा किया कि जमीन दान लेने के और दस्तावेज मिल रहे हैं, आगे भी खुलासा करेंगे। कागज आयकर को देकर सरकार के स्तर पर जांच कराऊंगा। लालू परिवार के पास 150 से अधिक संपत्ति है और उसका पूरा ब्योरा वह अपनी किताब में रखेंगे। जमीन दान मामले में तेजस्वी व मीसा अब तक जवाब नहीं दे सके हैं।

उप मुख्यमंत्री ने एमएलए फ्लैट को-ऑपरेटिव सोसाइटी की जांच कराने की घोषणा की, ताकि पता चले कि राबड़ी देवी को दो प्लॉट कैसे मिले। साथ ही कहा कि अब्दुल बारी सिद्दिकी मजबूरी में चुप हैं। लालू परिवार ने संपत्ति अर्जित करने में राबर्ट वाड्रा को भी पीछे छोड़ दिया।

एम्स मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बयान पर बचाव करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि उनका मकसद पटना एम्स को बेहतर करने से था। यदि पटना में ही सारी सुविधायें मिलने लगेगी तो लोगों को बाहर जाने की जरूरत ही नहीं होगी।

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