कंगन घाट पर गंगा में तीन छात्र डूबे, एक की मौत
मालसलामी से तीन दोस्त घर से निकले थे गंगा स्नान करने।
- मालसलामी से तीन दोस्त घर से निकले थे गंगा स्नान करने, दो बचे
- चार घंटे खोजबीन के बाद एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीम ने शव निकाला
- घाट पर रोते बिलखते रहे स्वजन, दसवीं कक्षा का छात्र था मंजीत
जागरण संवाददाता, पटना सिटी : चौक थाना क्षेत्र के कंगन घाट पर रविवार की सुबह लगभग साढ़े छह बजे स्नान कर रहा 18 वर्षीय छात्र मंजीत गंगा में डूब गया। छात्र के डूबने की सूचना मिलते ही मालसलामी थाना क्षेत्र के जलकद्दरबाग मोहल्ला में रहनेवाले स्वजन कंगन घाट पहुंच रोते-बिलखते रहे। चौक थाना पुलिस की सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की दो टीम डूबे किशोर के शव खोजने कंगन घाट पहुंची। लगभग 11:30 बजे टीम ने डूबे छात्र का शव खोज निकाला।
कंगन घाट पर डूबे छात्र के साथ गंगा में नहाने पहुंचे दो दोस्त सुमित व सुबोध ने बताया कि रविवार की सुबह लगभग छह बजे दोस्त मंजीत के साथ मालसलामी थाना क्षेत्र के जलकद्दरबाग मोहल्ला से कंगन घाट पर गंगा स्नान करने के लिए निकले। यहां तीनों आकर कंगन घाट की तेरहवीं सीढ़ी के आगे स्नान करने लगे। गंगा स्नान के दौरान मंजीत को गहराई का पता नहीं चला और स्नान करने आगे बढ़ा। स्नान के क्रम में ही सुमित और सुबोध बाहर आ गए। वहीं स्नान के क्रम में गहराई से अंजान मंजीत डूब गया। आसपास स्नान कर रहे लोगों ने भी बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं रहे।
छात्र के डूबने की सूचना मिलते ही पिता प्रमोद कुमार, मां पूनम देवी, भाई पंकज कुमार तथा अन्य संबंधी कंगन घाट पहुंच कर रोते-बिलखते रहे। सूचना पाकर पहुंची चौक थाना पुलिस की सूचना पर लगभग 11:30 बजे एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की दो टीम कंगन घाट पहुंचकर डूबे मंजीत के शव को खोज निकाला। मंजीत सिटी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ाई करता था। वहीं दूसरा साथी सुमित जालान विद्यालय में दसवीं का छात्र है, जबकि तीसरा साथी सुबोध दसवीं की पढ़ाई छोड़ इंदौर में काम करता था। मंजीत के पिता प्रमोद कुमार कॉपी निर्माण फैक्ट्री में काम करते हैं। दस दिनों के अंदर कंगन घाट पर युवक के डूबने की दूसरी घटना हुई।