मुफ्त में शुरू करें व्यापार, क्यू आर कोड स्कैन कर कैट के पोर्टल पर कराएं रजिस्ट्रेशन, नहीं देना होगा कमीशन

कैट ने पूर्ण रूप से स्वदेशी व भारतीय लागत से पोर्टल बनाया है। इसका नाम भारत ई मार्ट है। इसे दीपावली पर लांच करने की योजना है। बिहार समेत पूरे देश में एक साथ रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Sep 2022 03:10 PM (IST) Updated:Mon, 26 Sep 2022 04:09 PM (IST)
मुफ्त में शुरू करें व्यापार, क्यू आर कोड स्कैन कर कैट के पोर्टल पर कराएं रजिस्ट्रेशन, नहीं देना होगा कमीशन
कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स द्वारा जारी क्यू आर कोड। सौजन्यः कैट।

जागरण संवाददाता,पटना : कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने पूर्ण रूप से स्वदेशी व भारतीय लागत से पोर्टल बनाया है। इसका नाम भारत ई मार्ट है। इसे दीपावली पर लांच करने की योजना है। लेकिन फेस्टिवल सीजन को देखते हुए समय से पहले ही रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। इस पर बिहार समेत पूरे देश में एक साथ रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। कैट के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा है कि बिहार में पहले दिन सोमवार को लगभग 500 व्यापारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। 

- व्यापारियों के लिए पूर्ण रूप से स्वदेशी पोर्टल बनाया गया है - दीपावली के दिन से काम करने लगेगा पोर्टल, चीन की वस्तुओं की नहीं होगी बिक्री

क्यू आर कोड स्कैन कर शुरू करें दुकान

वर्मा ने  बिहार के सभी व्यापारियों व विक्रेताओं से अनुरोध किया है कि वे क्यू आर कोड पर जाएं और पोर्टल पर अपनी दुकान मुफ्त में शुरू करें। इस पर आपके सभी उत्पादों को भी अपलोड किया जाएगा। गेटवे पेमेंट की भी सुविधा है। डिलीवरी की भी सुविधा है, और यह सब कुछ एकदम मुफ्त में उपलब्ध कराया जा रहा है। दीपावली के शुभ दिन से इस पोर्टल पर व्यापार शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर व्यापारी हर तरह की दुकानें खोल सकते हैं। इस पोर्टल को सभी विक्रेता अपना सकते हैं। इसपर कोई कमीशन भी चार्ज नहीं किया जाएगा।

लाखों छोटे व मझोले विक्रेताओं को लाभ होगा

वर्मा ने कहा कि अधिकांश ई कामर्स कंपनियां छोटे दुकानदारों और सूक्ष्म एवं लघु कंपनियों को व्यापार करने का मौका नहीं दे रहीं हैं। इसे देखते हुए कैट ने यह स्वदेशी पोर्टल बनाया है, जिससे छोटे विक्रेता व लघु श्रेणी की कंपनियों को भी ई-व्यापार करने का मौका मिले। इस कदम से लाखों छोटे व मझोले विक्रेताओं को लाभ होगा और वे प्रतिस्पर्धा में नहीं पिछड़ेंगे। साथ ही उपभोक्ताओं को भी खरीदारी का बड़ा दायरा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वदेशी पोर्टल पर चीन की वस्तुओं की बिक्री नहीं होगी। भारतीय कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। 

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