टॉप टेन बदमाशों से निपटेगा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप

आइजी ने एएसपी , डीएसपी समेत छह तेजतर्रार अधिकारियों को रखा है टीम में। सभी अधिकारियों को साथ रखना होगा हथियार।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Jun 2018 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jun 2018 06:00 AM (IST)
टॉप टेन बदमाशों से निपटेगा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप
टॉप टेन बदमाशों से निपटेगा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप

पटना : नौबतपुर में दवा व्यवसायी की हत्या और रूपसपुर में दिनदहाड़े बैंक लूट के बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया है। शुक्रवार को जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान ने बिहटा व नौबतपुर में सक्रिय बदमाशों को दबोचने के लिए एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन गु्रप ) का गठन किया है। एसओजी को टॉप टेन बदमाशों की सूची सौंप कर हरहाल में उन्हें दबोचने का काम सौंपा गया है। एसओजी को बिना किसी दबाव के सूबे में कहीं भी छापेमारी की छूट दी गई है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जिले में जल्द ही पांच तेज तर्रार इंस्पेक्टरों को तैनात किया जाएगा।

एसओजी में एएसपी ऑपरेशन अनिल कुमार सिंह, फुलवारीशरीफ डीएसपी रमाकात प्रसाद, बिहटा थानेदार रंजीत सिंह, नौबतपुर थानेदार रमाकात तिवारी, सब इंस्पेक्टर वीरेन्द्र और बहादुरपुर के सब इंस्पेक्टर मोहन कुमार को शामिल किया गया है।

एसओजी के टारगेट पर है ये बदमाश :

- नौबतपुर का कुख्यात मनोज सिंह

- मनोज सिंह का बेटा माणिक

- अभिषेक उर्फ मुचकुंद

- नेपाली उर्फ नीरज,

- गुड्डू

- राकेश कुमार

- विलियम

- प्रकाश कुमार

- अनिश कुमार

- रितेश कुमार

संवेदनशील थानों में तैनात किए जाएंगे तेजतर्रार इंस्पेक्टर :

हाल के दिनों में बड़े अपराधों की समीक्षा के दौरान आइजी ने दो टूक निर्देश दिया कि शहर और ग्रामीण इलाकों को हर सूरत में अपराध मुक्त रखना है। दो दिनों के अंदर पटना पुलिस को पांच से अधिक तेजतर्रार इंस्पेक्टर मिल जाएंगे। इन्हें उन इलाकों में तैनात किया जाएगा, जो संवेदनशील हैं और सबसे अधिक वारदातें हुई हैं।

एएसआइ व इससे ऊपर के अधिकारी दो दिन में लें हथियार :

अब थानेदार, एसआइ व एएसआइ बिना हथियार लिए नौकरी नहीं कर सकेंगे। आइजी ने आदेश दिया कि सभी थानों में तैनात थानेदार, एसआइ और एएसआइ दो दिनों में पुलिस लाइन से हथियार ले लें। ताकि आपराधिक घटना होने पर थाने के अधिकारी अपराधियों को पकड़ने एवं छापेमारी के दौरान जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकें। सभी थाना प्रभारियों को साथी पुलिसकर्मियों के साथ प्रतिदिन एक घंटे की मीटिंग करनी होगी। इसका समय साढ़े सात से रात साढ़े आठ बजे तक होगा।

पटना पुलिस को दी गई सौ नई बाइक :

जिले में क्विक मोबाइल की संख्या बढ़ा दी गई है। सौ नई बाइक पटना पुलिस को दी गई है। बाइक पर सवार पुलिसकर्मी हथियार से लैस होंगे। ये चौबीस घंटे शिफ्ट बदलकर डयूटी करेंगे। थाना पुलिस छापेमारी में क्विक जवानों की मदद करेंगे।

कैंप कर लौट गई पटना की विशेष टीम

करीब तीन माह पूर्व बिहटा और नौबतपुर में रंगदारी और हत्या के बाद आइजी के निर्देश पर डीआइजी ने विशेष टीम को बिहटा में तैनात किया था। टीम में एएसपी, डीएसपी और रंगदारी सेल के तेज तर्रार पुलिस पदाधिकारी शामिल किए गए थे। इनके टारगेट पर कुख्यात मनोज, माणिक सहित एक दर्जन बदमाश थे। टीम 15 दिन तक बिहटा में कैम्प की। मनोज और माणिक के गुर्गे पकड़े गए, लेकिन आधा दर्जन से अधिक कुख्यात पुलिस के हाथ नहीं आए।

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