बेबाक के लिए मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा अपनी बात रखने से नहीं आते बाज, कर देते हैं सबको खामोश

कर्नाटक के नाटक पर खूब बोले अभिनेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा। उन्होंने कहा कि कांग्रे-जेडीएस के चलते ही भाजपा को तगड़ा झटका लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 May 2018 12:36 PM (IST) Updated:Sun, 20 May 2018 12:36 PM (IST)
बेबाक के लिए मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा अपनी बात रखने से नहीं आते बाज, कर देते हैं सबको खामोश
बेबाक के लिए मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा अपनी बात रखने से नहीं आते बाज, कर देते हैं सबको खामोश

पटना [जेएनएन]। गाहे बगाहे अभिनेता और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी पर तंज कसने से बाज नहीं आते है। समय समय पर वह अपनी बात जनता और पार्टी के सामने रखते रहते है। चाहे उनकी बात किसी पसंद आए या नहीं। बात रखने से चूकते नहीं है।

अब देखिए न, कर्नाटक के नाटक के बाद भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा से रहा नहीं गया और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि काग्रेस-जेडीएस की कारगर रणनीतियों के चलते ही ऐसे लोगों को तगड़ा झटका लगा है जो लोकतंत्र की भावना से खेलने की कोशिश कर रहे थे।

पटना साहिब से भाजपा सासद शत्रुघ्न सिन्हा ने साफ कहा कि सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी ने ऐसे लोगों को करारा तमाचा लगा दिया है जो संविधान के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए जुगाड़ और दबाव की पॉलिटिक्स चल रही है और यह लोकतंत्र के लिए कहीं से भी उचित नहीं है। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या कर सरकार बनाना कभी हास्यास्पद और फजीहत भरा भी हो सकता है।

गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला जिसके बाद काग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। लेकिन राज्यपाल वजुभाई वाला ने अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए सबसे बड़ा दल होने के कारण भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येद्दियुरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत से पहले एक भावुक भाषण दिया और उसके बाद अपना त्याग पत्र दे दिया। इधर कर्नाटक में विपक्षी दलों की एकता को दिखाने के लिए जेडीएस के राज्य प्रमुख और जल्द ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने वाले, एचडी कुमारस्वामी ने क्षेत्रीय दलों और काग्रेस को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है। कर्नाटक में जेडीएस का उदय 2019 में संसदीय चुनावों के दौरान विपक्षी दलों, विशेष रूप से क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य कर सकता है।

chat bot
आपका साथी