बिहार भाजपा में मची खलबली का सुशांत सिंह राजपूत से क्‍या है रिश्‍ता, आप भी जान लीजिए

Bihar Cabinet Expansion बिहार में नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्‍तार के बाद ही भाजपा में बगावत के स्‍वर फूटने लगे हैं। इस बगावत का बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से जो रिश्‍ता है उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 09:10 AM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 03:50 PM (IST)
बिहार भाजपा में मची खलबली का सुशांत सिंह राजपूत से क्‍या है रिश्‍ता, आप भी जान लीजिए
सुशांत सिंह राजपूत और संजय जायसवाल की फाइल फोटो

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्‍क। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के बाद बनी नीतीश सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्‍तार बीजेपी और जदयू दोनों दलों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। दोनों दलों ने एक-एक कदम फूंककर रखा, जिसके कारण बिहार की राजनीति में शायद पहली बार सरकार गठन के बाद पहले मंत्रिमंडल विस्‍तार में 84 दिन का वक्‍त लग गया। इतनी सावधानी के बावजूद दोनों दल नाराज नेताओं को मनाने में परेशानी महसूस कर रहे हैं। सबसे अधिक दिक्‍कत बिहार भाजपा को हो रही है। भाजपा के वरि‍ष्‍ठ नेता और पटना जिले के बाढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने अपनी पार्टी के खिलाफ बकायदा मोर्चा खोल दिया है। उनकी इस नाराजगी का बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से रिश्‍ता जानकर आप चौंक सकते हैं।

ज्ञानू ने पार्टी पर लगाया है जातिवाद का आरोप, पर सच्‍चाई कुछ और

भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने पार्टी में जातिवाद बढ़ने और सवर्णों खासकर राजपू‍तों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बिहार में भाजपा बनिये और यादवों की पार्टी बनकर रह गई है। पार्टी के काेर वोट बैंक की इस चक्‍कर में अनदेखी की जा रही है। उन्‍होंने भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष संजय कुमार जायसवाल के खिलाफ तो खुला मोर्चा खोल दिया है, लेकिन एक के बाद एक उनके बयानों पर गौर करें तो उनके निशाने पर केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री नित्‍यानंद राय और बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव भी हैं। हालांकि बिहार मंत्रिमंडल के जातिवार आंकड़ों पर गौर करें तो आपको पता चलेगा कि ज्ञानू की नाराजगी की वजह राजपूतों की उपेक्षा नहीं, बल्कि कुछ और ही है।

एसएसआर के भाई नीरज को तरजीह देने से नाराजगी

बिहार मंत्रिमंडल विस्‍तार में इस बार बतौर राजपूता नेता सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू को शामिल किए जाने से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू काफी नाराज हैं। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर प्रदेश नेतृत्‍व की मनमानी के चलते ही उनको नजरअंदाज कर नीरज को मंत्री बनाने पर तरजीह दी गई। ज्ञानू खुद इस पर साफ-साफ तो कुछ नहीं कहते हैं, लेकिन उनकी ही पार्टी के दूसरे नेता उनकी पोल खोल देते हैं।

भाजपा के वैश्‍य नेता ने बताई ज्ञानू की नाराजगी की वजह

अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य प्रो. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने बाढ़ से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू द्वारा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल पर जातिवाद का आरोप लगाने की निंदा की है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि एनडीए में राजपूत समाज के 16 विधायक में से पांच मंत्री बनाए गए हैं। वहीं एनडीए गठबंधन में वैश्य समाज से आने वाले 16 विधायकों में से मात्र तीन मंत्री बने हैं। मात्र तीन को मंत्री बनाए जाने से वैश्य समाज के लोगों में आक्रोश है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि ज्ञानू का गुस्सा विधायक नीरज सिंह बबलू को लेकर है, जिन्हें नीतीश कैबिनेट में शामिल किया गया है।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद नीरज आए चर्चा में

बॉलीवुड स्‍टार सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्‍ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनके चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू राष्‍ट्रीय स्‍तर पर चर्चा में आए थे। नीरज, सुशांत का पार्थिव शरीर लेने मुंबई भी गए थे। बिहार चुनाव से ठीक पहले हुए इस वाकये को लेकर खूब सियासत हुई। विपक्ष ने आरोप लगाया गया कि भाजपा ने इस पूरे मामले का इस्‍तेमाल सियासी माइलेज लेने के लिए किया। खुद नीरज ने एसएसआर मामले को लेकर कांग्रेस, शिवसेना और महाराष्‍ट्र सरकार पर सवाल खड़े किए थे। ऐसी भी चर्चा है कि नीरज को इसी का इनाम मंत्रिमंडल में स्‍थान देकर दिया गया है।

chat bot
आपका साथी