बिहार: सोशल मीडिया पर EVM बदले जाने की अफवाह, दिनभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा

बिहार के सारण लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम बदले जाने की अफवाह सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसके बाद दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चला। जानिए फिर क्या हुआ...

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 21 May 2019 12:30 PM (IST) Updated:Tue, 21 May 2019 11:12 PM (IST)
बिहार: सोशल मीडिया पर EVM बदले जाने की अफवाह, दिनभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा
बिहार: सोशल मीडिया पर EVM बदले जाने की अफवाह, दिनभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा

सारण, जेएनएन। सारण एवं महाराजगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का इवीएम बदलने की अफवाह  सोमवार को सोशल मीडिया वायरल होने पर हड़कंप मच गया। काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। ईवीएम से लदे वाहन को रोके जाने व बदलने की आशंका को लेकर तरह-तरह की बात उठने लगी।

यह खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई कि प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों की भी बेचैनी बढ़ गई। सारण से उठकर यह मामला पटना तक पहुंचा और राजद के प्रदेश स्तर से इस बारे में ट्वीट भी किया गया। पर बाद में मामला पूरी तरह से निराधार निकला।

सोशल साइट फेसबुक पर इवीएम से लदी पिकअप की तस्वीर अपलोड करते हुए एक यूजर राजेश कुमार यादव ने लिखा कि इवीएम बदलने की कोशिश को राजद एवं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा है।यूजर ने लिखा कि इवीएम के साथ सदर प्रखंड के बीडीओ भी थे। उनके पास इसका कोई जवाब नहीं है।

जिसके बाद फेसबुक पर कई यूजर्स ने इसे शेयर किया। इस पोस्ट पर कॉमेंट्स की भरमार हो गई। जिला प्रशासन के खिलाफ कई लोगों ने कॉमेंट किया। यह फोटो दिनभर फेसबुक पर सुर्खियों में रहा।

जानकारी के मुताबिक, शहर के लक्ष्मीनारायण ब्राह्मण हाई स्कूल में मतगणना कर्मियों को ट्रेनिंग देने के लिए सदर प्रखंड स्थित वेयरहाउस से ईवीएम को ट्रेनिंग सेंटर पर ले जायी गयी थी। ट्रेनिंग के बाद वाहन पर लादकर शाम में वेयर हाउस में जमा करने के लिए ईवीएम ले जायी जा रही थी तभी किसी ने इसकी सूचना राजद कार्यकर्ताओं को दे दी।

राजद कार्यकर्ताओं ने वाहन को रामनगर ढाला के पास रोक लिया और ईवीएम बदलने की आशंका जताई और सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल कर दी।

बाद में राजद प्रत्याशी चंद्रिका राय के चुनावी अभिकर्ता डॉ. लाल बाबू यादव वेयरहाउस पहुंचे और जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों के साथ वेयरहाउस का अवलोकन भी किया।

उन्होंने जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में वेयरहाउस के रजिस्टर पर भी लिखा कि यहां से 12 कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट व वीवीपैट को प्रशिक्षण के लिए ले जाया गया था। सभी वीवीपैट को पुन: गोदाम में रख दिया गया है। इस प्रक्रिया से वह पूरी तरह से संतुष्ट हैं। मेरे विचार से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत निर्वाचन का कार्य हो रहा है। सभी लोग अपने-अपने तरह से तर्क दे रहे थे।

इस बारे में सारण संसदीय क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी सह एडीएम अरुण कुमार ने बताया कि राजद के चुनावी अभिकर्ता ने प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बताया है। ईवीएम जाने की बात पूरी तरह से गलत है। मतदान में प्रयोग ईवीएम को छपरा इंजीनियरिंग कॉलेज में रखा गया है जबकि सदर प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित वेयरहाउस में खाली ईवीएम को रखा गया है।

दो दिन मतगणना कर्मियों को ईवीएम का प्रशिक्षण का कार्यक्रम है। सोमवार को प्रशिक्षण के लिए ईवीएम ले जाया गया था। 22 मई को पुन: ईवीएम को वेयरहाउस से लक्ष्मीनारायण ब्राम्हण हाई स्कूल ले जाया जाएगा। स्ट्रांग रूम की निगरानी सीसीटीवी से हो रही है। वहां पर प्रत्याशियों के अभिकर्ता सहित अर्द्ध सैनिक बल की तैनाती की गई है।

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